नालों में कचरा, चहुंओर गंदगी

गुलाबबाग मंडी. वर्षों बाद हुआ सड़क निर्माण, अब भी कई समस्याएं बरकरार गुलाबबाग मंडी तक अपनी कृषि उपज पहुंचाने में िकसानों को पहले काफी परेशानी होती है. अब सड़क बन गयी है तो वे राहत महसूस कर रहे हैं. पूर्णिया : वर्षों से बदहाली झेल रहे गुलाबबाग मंडी की मुख्य सड़क अब सपाट हो चुकी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2016 6:02 AM

गुलाबबाग मंडी. वर्षों बाद हुआ सड़क निर्माण, अब भी कई समस्याएं बरकरार

गुलाबबाग मंडी तक अपनी कृषि उपज पहुंचाने में िकसानों को पहले काफी परेशानी होती है. अब सड़क बन गयी है तो वे राहत महसूस कर रहे हैं.
पूर्णिया : वर्षों से बदहाली झेल रहे गुलाबबाग मंडी की मुख्य सड़क अब सपाट हो चुकी है. टूटी और गड्ढेदार सड़कों के दर्द से मंडी के कारोबारी, किसान, वाहन चालक तथा मजदूरों को थोड़ी राहत मिली है. लेकिन समस्याएं अभी भी बरकरार है. दरअसल मंडी में सफाई, शौचालय, जल निकासी, नाला और पेयजल तथा रोशनी की व्यवस्था आज भी हाशिये पर है. यह दीगर बात है कि मुख्य सड़क बन गयी, लेकिन लिंक सड़कों का हाल बदहाल है. वहीं मंडी में आने वाले किसान,
मजदूर व व्यापारियों के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधा को लेकर समस्या बनी हुई है. ऐसे में मंडी से जुड़े लोगों की नजरें जनप्रतिनिधियों के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों पर टिकी हुई हैं.
न पीने का पानी, न ही है शौच की व्यवस्था : कई और भी महत्वपूर्ण समस्याएं यहां बरकरार हैं. हर रोज तीन से चार हजार लोगों के उपस्थिति का गवाह बनने वाली इस मंडी में दो दशक से पहले बने शौचालय पूरी तरह ध्वस्त हो चुके हैं. वहीं दूसरी ओर पानी टंकी बंद है. हालात यह है कि आयरन युक्त पानी पीने की विवशता है और खुले में शौच करने की मजदूरों और किसानों की विवशता भी बदस्तूर बनी हुई है. हालांकि, सरकार द्वारा घोषित नल, जल और स्वच्छता योजना के साथ खुले में शौच योजना को लेकर मंडी में भी इस अभियान का असर दिखने की उम्मीदें बढ़ी है.
नाले की सफाई नहीं हुई तो टूट जायेगी सड़क : मंडी के मुख्य व लिंक सड़कों के टूटने की मुख्य वजह जल निकासी की समस्या है. दरअसल 63 एकड़ में सैकड़ों दुकानों से सजी और फैले मंडी के सभी नाले जमींदोज हो चुके हैं. जिसके कारण जल जमाव की स्थिति पैदा होती है. बरसात के दिनों में मंडी के दो तिहाई हिस्सों में जल जमाव के बीच भारी वाहन गुजरते हैं
और सड़कें टूट कर बिखरती है. विडंबना यह है कि मुख्य सड़क तो बन गयी, लेकिन न तो नालों की सफाई हो रही है न जीर्णोद्धार की कोई प्लानिंग है. ऐसे में बरसात के दिनों में जल जमाव के कारण नई बनी सड़क भी टूट कर बिखर जाये तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए. वहीं पूरा मंडी परिसर स्वच्छता अभियान से कोसों दूर है. स्थिति यह है कि सफाई के अभाव में नालों में कचरे भरे हैं और हर तरफ गंदगी के बीच कारोबार मजबूरी बनी हुई है.
अब लिंक सड़कों को लेकर बढ़ी िकसानों व कारोबारियों की उम्मीद
मंडी समिति में मुख्य सड़क के निर्माण के बाद किसानों और कारोबारियों की उम्मीदें परवान चढ़ने लगी हैं. मंडी समिति के पूर्वी गेट, बीएसएफसी गोदाम के तरफ जाने वाली सड़क, हल्दी पट्टी, किराना पट्टी की सड़कें और आलू पट्टी के तरफ जाने वाली लिंक सड़क का हाल यह है कि यह सड़क कम और गड्ढा अधिक नजर आता है.
जबकि मंडी के इन लिंक सड़कों के सहारे ही बाजार की रौनक है. वजह यह है कि इन्हीं जगहों पर बड़े खरीद-फरोख्त होते हैं. मुख्य सड़क के निर्माण के बाद उम्मीदें बढ़ी हैं.

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