नये साल पर अगर मचा धमाल, तो थानेदारों पर होगी सख्त कार्रवाई : नीतीश कुमार

पूर्णिया : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी निश्चय यात्रा के तीसरे चरण के तीसरे दिन शुक्रवार को पूर्णिया में अपने संबोधन के दौरान राज्य के तमाम थानेदारों को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि नये साल के मौके पर बिहार में शराब पीकर बवाल मचाने की खबर आयी, तो संबंधित क्षेत्र के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2016 6:46 AM

पूर्णिया : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी निश्चय यात्रा के तीसरे चरण के तीसरे दिन शुक्रवार को पूर्णिया में अपने संबोधन के दौरान राज्य के तमाम थानेदारों को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि नये साल के मौके पर बिहार में शराब पीकर बवाल मचाने की खबर आयी, तो संबंधित क्षेत्र के संबंधित थानेदारों पर सख्त कार्रवाईकी जायेगी. पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में आयोजित चेतना सभा में उन्होंने दो टूक लहजे में कहा कि हम जो काम करते हैं, पूरी तैयारी के साथ करते हैं. महागंठबंधन की सरकार बनने के साथ ही सात निश्चय को अमलीजामा पहनाया दिया गया. अब हम उसे देखने निकले हैं.

प्रत्येक पंचायत के रह संकूल में खुलेगा हाई स्कूल

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अब विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ गयी है. प्रत्येक पंचायत में संकुल स्तर पर हाई स्कूल खोला जायेगा. स्कूल भवन की कमी के कारण पहले 12% बच्चे स्कूल नहीं जाते थे. भवन निर्माण से यह कम हुआ है. इसके पहले सीएम भवानीपुर की सुपौली पंचायत के ब्रह्मज्ञानी टोला पहुंचे. वहां उन्होंने सात निश्चय योजना की जानकारी ली. इसके बाद वह डीआरसीसी भवन पहुंचे, जहां जिला जा रहे कार्यों की जानकारी ली. चेतना सभा के बाद सीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक भी की.

पुलिस सेवा में महिलाओं को मिल रहा आरक्षण

चेतना सभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने चुनाव के दौरान सात निश्चय की चर्चा की. कहा था कि महिलाओं को आरक्षण देंगे. पुलिस सेवा में पहले ही दे रखा था. अब हर जगह इसे लागू कर दिया. इसके अलावा हर घर नल का जल, हर घर शौचालय, हर गांव में गली का निर्माण, नाली का पक्कीकरण, हर घर बिजली, इन सभी घोषणाओं को लागू कर दिया गया है.हमने युवाओं के लिए भी कार्यक्रम बनाया. हमारे युवा संसाधन की कमी के कारण आगे पढ़ नहीं कर पाते हैं. इसलिए 12वीं से आगे पढ़ने के लिए युवाओं को चार लाख रुपये का स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड दिया जायेगा. रोजगार की तलाश के लिए युवाओं को एक हजार का स्वयं सहायता भत्ता दो साल के लिए देंगे. युवाओं को व्यवहार कुशल बनाने के लिए संवाद कौशल कार्यक्रम शुरू किया. बोलने के साथ-साथ कंप्यूटर की जानकारी भी दी जायेगी. हर जिले में जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र खोला गया है. अब किसी भी समस्या के लिए कहीं भी भटकने की जरूरत नहीं है. एक आवेदन दें, आपकी समस्या का निदान होगा.उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 के अंत तक हर घर बिजली पहुंचा देंगे. सभी सरकारी कॉलेजों में मुफ्त वाइ-फाइ सुविधा जल्द शुरू कर दी जायेगी.

खुले में शौच करने से बढ़ती है बीमारी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 90% बीमारी खुले में शौच और शुद्ध पेयजल नहीं मिलने से होती है. इसके लिए काम शुरू कर दिया गया है. हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक की स्थापना की जा रही है. उन्होंने शराबबंदी को लेकर जीविका की दीदियों से सचेत रहने की अपील की. कहा कि आपकी मांग पर हमने शराबबंदी लागू कर दी. अब आपका फर्ज है कि इस पर सतत निगरानी रखें. कुछ लोग इधर-उधर से जुगाड़ में लगे रहते हैं. दूसरे राज्यों से भी मंगा लेते हैं.इस पर आपको भी नजर रखने की जरूरत है. सीएम ने चुटकी लेते हुए कहा कि कुछ लोग शराबबंदी को अपनी आजादी से जोड़ लेते हैं. पर ऐसा नहीं है. माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि शराब पीना मौलिक अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बाद खुशहाली आयी है. उन्होंने सात माह का आंकड़ा जारी करते हुए कहा कि अपराध कम हो गये हैं. लोगों की क्रय शक्ति बढ़ी है. पहले जो पीने में पैसे खर्च कर देते थे, अब घर के लिए सब्जी खरीद कर ले जाते हैं. दूध, मिठाई की बिक्री बढ़ गयी है. तीन चक्का वाहन, ट्रैक्टर आदि की बिक्री भी बढ़ी है.

पुराने शराब कारोबारियों पर नजर रखे प्रशासन, कानून की जद में मनेगा नये साल का उत्सव

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रशासन को पुराने शराब कारोबारियों पर नजर रखने को कहा. सीएम ने शराबबंदी के समर्थन में 21 जनवरी को आयोजित होनेवाली मानव शृखला में भाग लेने की अपील भी लोगों से की. राज्य में इस बार शराबबंदी कानून के दायरे में ही नये साल का जश्न मनेगा. इसे देखते हुए जिले से लेकर थाना स्तर की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है, ताकि इस बार नये साल का जश्न पूरी तरह से ‘ड्राइ’ ही रहे. शराब की तस्करी और अवैध व्यापार पर पूरी तरह से नकेल कसने के लिए पुलिस मुख्यालय ने सभी 40 पुलिस जिलों और 1064 थानों को पूरी तरह से चौकस रहने का आदेश दिया है. किसी तरह के समारोह या जश्न में शराब का प्रयोग या हुड़दंग नहीं होना चाहिए.

अगर किसी थाना क्षेत्र में नये वर्ष के किसी भी आयोजन में शराब के उपयोग की बात सामने आती है, तो संबंधित थानाप्रभारी पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. थानों को निर्देश दिया गया है कि इस मामले में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. सभी एसपी को जिले में मौजूद सभी थाना क्षेत्रों का जायजा लेकर यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि किसी तरह से शराब की अवैध बिक्री और भंडारण नहीं किया गया है.
सीमांत क्षेत्र के थानेदारों को चौकस रहने की हिदायत
एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) आलोक राज ने इस मामले में सभी जिलों और रेल के एसपी को निर्देश जारी किया है. सभी सीमावर्ती थानों को खासतौर से चौकस रहने के लिए कहा गया है. नेपाल की सीमा से सटे करीब 126 थानों और यूपी की सीमा से सटे सभी थानों को विशेष चौकसी बरतने के निर्देश दिया गया है. इन दोनों रास्तों से ही सबसे ज्यादा शराब की तस्करी होती है. नेपाल की सीमा पर अवैध शराब की तस्करी के मामले सबसे ज्यादा चौकसी बरती जा रही है. इसके लिए एसएसबी के साथ मिल कर संयुक्त अभियान चलाने के लिए कहा गया है. सीमा पार करनेवालों की सघन तलाशी और नये साल के मौके पर सीमा के आर-पार आने-जाने वालों की जांच की ब्रेथ एनालाइजर मशीन से की जायेगी.
तीन श्रेणियों में बांट कर तैयार होगा धंधेबाजों का डाटाबेस
हाल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक कार्यक्रम के दौरान शराब के पुराने कारोबारियों का डाटाबेस तैयार करने के लिए कहा था. इसके मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों और थानों को कहा है कि वह अपने-अपने क्षेत्र में शराब के पुराने कारोबारियों का पूरा विवरण तैयार कर मुख्यालय को जल्द सौंपे. वर्तमान में ये लोग क्या कर रहे हैं? इनकी जीविका का मौजूदा जरिया क्या है? कई लोग अवैध शराब के मामले में जेल भी जा चुके हैं. इनमें लोग बेल पर छूट कर आये हैं, वे क्या कर रहे हैं, इसका पूरा ब्योरा जमा करने के लिए कहा गया है. अवैध धंधेबाजों को तीन श्रेणियों में बांट कर सूची तैयार करने के लिए कहा गया है. पहला, जो पुराने धंधेबाज है.दूसरा, जो नये धंधेबाज और तीसरा, जो कुरियर का काम करते हैं.पहले जहां थी शराब की दुकान, वहां अभी क्या : पटना समेत सभी बड़े शहरों में उनमें जहां पहले शराब की दुकानें थीं, उन स्थानों पर वर्तमान में क्या है, इसका भी ब्योरा तैयार करने को कहा गया है. पटना शहर में करीब 510 ऐसे स्थान थे, जहां पहले शराब बिकती थी. इन स्थानों पर वर्तमान में क्या हो रहा है. इसका भी पूरा ब्योरा सभी थाना स्तर पर तैयार किया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version