एक दर्जन स्कूली बच्चे बेहोश बेहाेशी के कारणों का नहीं चल सका पता

अस्पताल में इलाजरत पुष्पा व जूली. पूर्णिया/डगरूआ : जिले के महमदिया पंचायत स्थित बसदाहा मध्य विद्यालय में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं में से लगभग एक दर्जन बच्चे अचानक बेहोश होने लगे. सभी बच्चे को अभिभावकों के सहयोग से डगरुआ पीएचसी लाया गया. इसमें से चार बच्चे की गंभीर हालत को देखते हुए परिजनों ने सदर अस्पताल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 23, 2016 5:47 AM

अस्पताल में इलाजरत पुष्पा व जूली.

पूर्णिया/डगरूआ : जिले के महमदिया पंचायत स्थित बसदाहा मध्य विद्यालय में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं में से लगभग एक दर्जन बच्चे अचानक बेहोश होने लगे. सभी बच्चे को अभिभावकों के सहयोग से डगरुआ पीएचसी लाया गया. इसमें से चार बच्चे की गंभीर हालत को देखते हुए परिजनों ने सदर अस्पताल लाया. चारों बच्चे को यहां के बच्चा वार्ड में भरती करा कर
एक दर्जन स्कूली…
इलाज कराया जा रहा है. बेहोशी के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है. ग्रामीणों के अनुसार विद्यालय के आसपास मकई की खेत है. ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि कीटनाशक के गैस के कारण ऐसी घटना घटी हो.
मध्य विद्यालय बसदाहा की घटना
मध्य विद्यालय बसदाहा में प्रार्थना सभा के दौरान दो बच्चे अचानक बेहोश हो गये. इसकी सूचना तत्काल उसके परिजनों को दी गयी. परिजन इलाज के लिए डगरुआ पीएचसी ले गये. दोपहर के 12.30 बजे तक लगभग दस और बच्चे बेहोशी के शिकार हो गये. उन्हें तुरंत डगरुआ पीएचसी ले जाया गया. वहां से चार बच्चे को सदर अस्पताल लाया गया. सदर अस्पताल में भरती बच्चियों में जुली कुमारी-कक्षा 4, संध्या कुमारी-कक्षा 4, पुष्पा कुमारी-कक्षा 5 व चिंता कुमारी-कक्षा 5 शामिल हैं. शेष आठ बच्चों का इलाज डगरुआ पीएचसी में चल रहा है. सदर अस्पताल में भरती बच्चों ने बताया कि उसने विद्यालय में कुछ नहीं खाया था. परिजनों का कहना है कि विद्यालय के इर्द-गिर्द बहुत सारे मकई के खेत हैं, जहां भारी मात्रा में कीटनाशक का प्रयोग किया जाता है. संभावना जताते हुए परिजनों ने बताया कि हो सकता है कि बच्चे इस कीटनाशक के गंध से बेहोश हो रहे हों.
ठंड के कारण बेहाेशी संभव : मध्य विद्यालय बसदाहा की प्रधानाध्यापिका कल्पना कुमारी ने बताया कि अधिकांश बच्चे व बच्चियां हाफ पैंट और गंजी पहन कर ही विद्यालय आते हैं. हो सकता है ठंड के कारण ही बच्चे बेहोश हुए हो. जबकि डगरुआ पीएचसी प्रभारी डॉ एके मिश्रा की माने तो उनका तर्क है कि दो दिन पूर्व बच्चों को कृमि नाशक दवा दी गयी थी. कृमि दवा के प्रभाव के कारण कमजोरी होना आम बात है. हो सकता है इसी के कारण ठंड भी लगी होगी, जिससे बच्चे बेहोश हो गये. बच्चों का इलाज किया जा रहा है. सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं.

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