क्षमता पर भरोसा कर करें कौशल का विकास

युवा नीति 2014 की लांचिंग के मौके पर बोले डीएम पूर्णिया : जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने युवा पीढ़ी से आह्वान किया कि वे अपनी क्षमता पर भरोसा करते हुए कौशल का विकास करें. यदि आप में क्षमता और इच्छाशक्ति है, तो निश्चित रूप से आप टॉप पर पहुंच सकते हैं. कोई भी बाधा आपके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2014 5:46 AM

युवा नीति 2014 की लांचिंग के मौके पर बोले डीएम

पूर्णिया : जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने युवा पीढ़ी से आह्वान किया कि वे अपनी क्षमता पर भरोसा करते हुए कौशल का विकास करें. यदि आप में क्षमता और इच्छाशक्ति है, तो निश्चित रूप से आप टॉप पर पहुंच सकते हैं. कोई भी बाधा आपके इस सफर में रुकावट पैदा नहीं कर सकती. डीएम श्री वर्मा सोमवार को टाउन हॉल में राष्ट्रीय युवा नीति 2014 सह राजीव गांधी खेल अभियान के लॉचिंग समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे.

भूपेंद्र नारायण मंडल विवि मधेपुरा के राष्ट्रीय सेवा योजना कोषांग द्वारा आयोजित समारोह में डीएम ने कहा कि जब तक युवा शैक्षणिक, बौद्धिक और सामाजिक स्तर पर सशक्त नहीं होंगे तब तक उन्हें युवा नीति का लाभ नहीं मिलेगा. इसके लिए जरूरी है युवाओं का क्षमतावर्धन. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय युवा नीति 2014 में यदि 15-29 आयु वर्ग को युवा के रूप में परिभाषित किया गया है तो फिर 15 वर्ष से कम उम्र के लिए भी अलग से नीति बननी चाहिए.

जब तक 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का सही संवर्धन,पोषण और मार्गदर्शन नहीं होगा तब तक स्वस्थ युवा की कल्पना नहीं की जा सकती. डीएम श्री वर्मा ने कहा कि नयी युवा नीति में युवाओं के क्षमतावर्धन पर जोर दिया गया है. इसके लिए इंस्टीच्यूशनल डेवलपमेंट भी करना होगा साथ ही युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए अर्थव्यवस्था का विकास जरूरी है. उन्होंने कहा कि आज के युवा काफी क्षमतावान हैं. जरूरत है उनकी क्षमता के संवर्धन की.

अपने अध्यक्षीय भाषण में राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डा अब्दुल लतीफ ने युवा नीति 2014 पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि मौजूदा राष्ट्रीय युवा नीति 2014 में 15-29 वर्ष की आयु को युवा के रूप में परिभाषित किया गया है. जो भारत की कुल जनसंख्या का 27.5 प्रतिशत है. इस नीति का मुख्य उद्धेश्य शिक्षण-प्रशिक्षण और उद्यमशीलता के द्वारा युवाओं का क्षमता विकास,युवा पीढ़ी को खेल के प्रति प्रोत्साहन देना, उनमें समाज सेवा एवं मानवीय मूल्यों की प्रेरणा देना, भारत निर्माण में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना और समान अधिकारों द्वारा युवा पीढ़ी को सामाजिक सदभावना से जोड़ना है.

मंच संचालन करते हुए पूर्णिया महिला कॉलेज के एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डा गजाधर यादव ने युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि विकास की रोशनी को अंतिम कड़ी तक पहुंचाने और स्वस्थ समाज के निर्माण की जिम्मेदारी आपके कंधों पर है. धन्यवाद ज्ञापन महिला कॉलेज के कार्यक्रम पदाधिकारी डा एसएस हैदर ने किया. इस मौके पर विभिन्न कॉलेजों के कार्यक्रम पदाधिकारी,एनएसएस छात्राएं और छात्र मौजूद थे.

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