गयी ठंड फिर से लौट आयी
मौसम ने बदला तेवर. आधी रात को तेज हवा के साथ हुई बारिश बूंदाबूंदी के साथ दिन भर चलती रही ठंडी बयार पूर्णिया : शनिवार को अहले सुबह ठंड का अहसास होने पर लोगों ने रजाई ओढ़ ली. सुबह में जब बाहर निकले तो जैकेट व स्वेटर में नजर आये. बच्चों, बुजुर्गों ने तो टोपी […]
मौसम ने बदला तेवर. आधी रात को तेज हवा के साथ हुई बारिश
बूंदाबूंदी के साथ दिन भर चलती रही ठंडी बयार
पूर्णिया : शनिवार को अहले सुबह ठंड का अहसास होने पर लोगों ने रजाई ओढ़ ली. सुबह में जब बाहर निकले तो जैकेट व स्वेटर में नजर आये. बच्चों, बुजुर्गों ने तो टोपी व मफलर का भी सहारा लिया. दरअसल, आधी रात के बाद से तेज हवा के साथ बारिश होने से लोगों को ठंड के लौटने का अहसास हुआ. मिनी दार्जीलिंग से चर्चित पूर्णिया के मौसम को लेकर सुबह से लेकर शाम तक लोगों के बीच चर्चा छायी रही.
रंग खेलने की योजना हुई स्थगित :
होली की छुट्टियों में अधिकांश लोग अपने घर लौट आए हैं. शिक्षण संस्थानों में भी छुट्टियां हो गईं हैं. शनिवार को कई घरों में रंग खेलने की योजना बनायी गई थी. शहर के मधुबनी चूनापुर रोड के संजीव ने बताया कि आज से ही घर में और दोस्तों के साथ रंग खेलने की तैयारी थी. मगर मौसम को देखते हुए इसे टाल देना पड़ा. कई लोग आज रंग की बजाय अबीर खेलकर ही संतोष कर रहे थे.
चाय के साथ चुनाव नतीजों की चर्चा में आयी गरमाहट : पांच राज्यों के चुनावी नतीजे ने वाकई में सियासी माहौल में गर्माहट ला दी. मगर शनिवार को मौसम के कारण यह गर्माहट ज्यादा देर टिक नहीं रही थी. इसलिए चर्चा के दौरान चाय से भी काम नहीं चल रहा था. घरों व सियासतदारों की महफिल में लोग चाय की चुस्कियां लेकर चुनावी चर्चा में गर्माहट बरकरार रख रहे थे.
होली के बाजार पर मौसम की मार : शनिवार को खराब मौसम और रूक-रूक कर हो रही बारिश ने होली के बाजार को भी प्रभावित कर दिया. कल तक दुकानदारों ने रंग-अबीर और पिचकारियों को दुकान के बाहर तक सजा रखा था वे आज होली के बाजार को ठीक से सजा भी नहीं पाए. मधुबनी बाजार के किराना व्यवसायी आशीष केसरी, अभिषेक केसरी ने बताया कि बारिश के कारण ग्राहकों की आवक में गिरावट आयी है. मधुबनी बाजार के अलावे शहर के भट्ठा बाजार, खुश्कीबाग, गुलाबबाग में भी यही हाल देखने का मिला. शनिवार को होली के सामानों की बिक्री कम होने से व्यवसायी मायूस नजर आये.
बारिश से फसलों को फायदा, फिर भी किसान आशंकित : सुबह तक बारिश होने से खेतों में लगी फसलों को फायदा पहुंचा है. अब किसानों को पटवन के लिए नहीं सोचना पड़ेगा. मौसम विभाग ने 72 घंटे का अलर्ट जारी कर रखा है. किसान अभी भी आंधी और ओलावृष्टि को लेकर आशंकित हैं. आंधी आने पर केला और मकई के पौधे धराशायी हो सकते हैं. जलालगढ़ प्रतिनिधि अनुसार, रात से रुक-रुककर हो रही वर्षा किसानों के लिए अमृत है. रबी मौसम की सभी फसल सहित फलदार पौधे और इमारती लकड़ी वाले पौधे को काफी फायदा है. कृषि विज्ञान केंद्र के उद्यान वैज्ञानिक डाॅ अभिषेक प्रताप सिंह ने बताया कि यह वर्षा करीब-करीब फसलों के लिए अमृत समान है और फलदार पौधे के लिए सोने पर सुहागा है.
बारिश से वातावरण में उपस्थित नाइट्रोजन की मात्रा पानी के साथ मिलकर पौधों को मिलती है जिससे पौधें की जड़े और उनकी शाखाएं मजबूत होती हैं.
17 डिग्री तापमान, 31 मिमी हुई बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को शहर का न्यूनतम तापमान 17 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जबकि पिछले दो दिनों से न्यूनतम तापमान 18 डिग्री के आसपास था. इस तरह पारा एक डिग्री और नीचे गिरने से शनिवार को ठंड महसूस होना लाजिमी था. दोपहर में भी तापमान 23 डिग्री के आसपास रहा. जबकि सुबह साढ़े पांच बजे तक 31 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई. दिनभर आसमान में बादल छाये रहे और थोड़ी-बहुत बूंदाबंदी होती रही. दोपहर 12 बजे के करीब कुछ देर के लिए जोरदार बारिश हुई.