दवा छिड़काव कर्मियों ने दिया धरना

जलालगढ़ : सोमवार को कालाजार दवा छिड़काव कर्मियों ने पीएचसी में धरना दिया. कर्मियों ने बताया कि पिछले वर्ष 6 दल छिड़काव के काम में लगे थे. लेकिन इस बार इसमें 5 दल को ही लगाया जा रहा है. कर्मी अपनी एकजुटता दिखाते हुए पीएचसी व जिला स्वास्थ्य समिति के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 21, 2017 12:48 AM

जलालगढ़ : सोमवार को कालाजार दवा छिड़काव कर्मियों ने पीएचसी में धरना दिया. कर्मियों ने बताया कि पिछले वर्ष 6 दल छिड़काव के काम में लगे थे. लेकिन इस बार इसमें 5 दल को ही लगाया जा रहा है. कर्मी अपनी एकजुटता दिखाते हुए पीएचसी व जिला स्वास्थ्य समिति के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. कहा सभी 6 दल काम करेगा नहीं तो काम नहीं करेंगे. बीडीओ जगत नारायण मिश्र ने पीएचसी पहुंचकर कर्मियों को शांत किया और काम करने की बात कही.

कर्मी अपनी मांग पर अडिग रहे जिसे देख बीडीओ ने जिला स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी को जानकारी दी. दोपहर बाद जिला संक्रमण नियंत्रक सह डीएमओ डा सी एम सिंह छिड़काव कर्मी से मिले. उन्होंने कर्मियों की बात सुन आश्वासन दिया कि 5 दल के कर्मी अभी काम शुरू कर दें. शेष एक दल के कर्मी को दो से तीन दिन में जिला के अंदर कहीं भी काम पर लगा दिया जायेगा. यह भी कहा कि यह भारत सरकार का कार्यक्रम है. इसे हर हाल में मिल कर सफल बनाना हमारी जवाबदेही है. आश्वासन के बाद 5 दल के छिड़काव कर्मी ने काम शुरू किया.

डीएमओ डा सी एम सिंह ने बताया कि कालाजार छिड़काव चिह्नित गांव में करना होता है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष यह कार्यक्रम 60 दिनों के लिए चलता है. पूर्णिया जिला में वर्ष 2016 में 196 दल ने काम किया था. इस वर्ष इसकी संख्या 136 है. एक दल में 6 लोग जिसमें एक एसएफडब्लू और 5 एफडब्लू होता है. बताया कि माइक्रोप्लान जो तैयार होता है इसमें तीन वर्ष तक जिस क्षेत्र या गांव से कालाजार का कोई पॉजिटिव नहीं मिलता है तो उस क्षेत्र या गांव को कालाजार मुक्त माना जाता है. इसके आधार पर चिह्नित गांव की संख्या या आबादी में कमी होने पर दलों की संख्या को लगाना पड़ता है.

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