संवरेगा राजेंद्र बाल उद्यान, लोग नौकायन का उठायेंगे लुत्फ

पूर्णिया : शहर के बीचोंबीच स्थित राजेंद्र बाल उद्यान की सूरत शीघ्र ही बदल सकती है. इसे संवारने व सजाने को लेकर नगर निगम ने कमर कस लिया है. हालांकि अभी बस योजना बनी है. इसे लागू करने में कई कागजी प्रक्रिया के साथ स्थायी समिति व बोर्ड की सहमति बाकी है. पर, जिस तरह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2017 6:18 AM

पूर्णिया : शहर के बीचोंबीच स्थित राजेंद्र बाल उद्यान की सूरत शीघ्र ही बदल सकती है. इसे संवारने व सजाने को लेकर नगर निगम ने कमर कस लिया है. हालांकि अभी बस योजना बनी है. इसे लागू करने में कई कागजी प्रक्रिया के साथ स्थायी समिति व बोर्ड की सहमति बाकी है. पर, जिस तरह बाल उद्यान को सजाने और संवारने की योजना निगम ने बनायी है,

अगर उस प्रारूप को अमल में लाया जाता है, तो शहर को एक नये स्वरूप में एक नया आधुनिक पार्क दिखेगा. इसमें नौकायन की सुविधा लोगों को मिल सकेगी. बच्चों के लिए आधुनिक झूला व खेलने के उपकरण भी बाल उद्यान में लगाये जायेंगे.

क्या है निगम की योजना
दरअसल राजेंद्र बाल उद्यान के जीर्णोद्धार व उसे संवारने को लेकर विभागीय पेच लगभग खत्म हो चला है. पुन: निगम को ही बाल उद्यान को संवारना है. ऐसे में नगर निगम ने राजेंद्र बाल उद्यान को आधुनिक पार्क बनाने व शहरवासियों के लिए बोटिंग की सुविधा, बच्चों के झूले, सुरंग आदि की आधुनिक व्यवस्था करने, देशी-विदेशी फूलों का बगीचा, रोशनी की नयी तकनीक से जुड़ी मशीन लगाने की योजना को मूर्त रूप देने की तैयारी कर चुका है. अब महज कुछ प्रक्रियाएं बांकी है.
आर्किटेक्ट तैयार करेंगे ब्लू प्रिंट : इस बाबत मेयर विभा कुमारी ने बताया कि शहर को सुंदर व सुसज्जित बनाने के साथ शहर के पार्क में जनसुविधा, बच्चों के खेलने एवं युवाओं के मनोरंजन के लिए कई सुविधाओं को लागू करने को लेकर प्रयासरत है. इसी कड़ी में राजेंद्र बाल उद्यान भी शामिल है. मेयर के अनुसार बाल उद्यान को संवारने हेतु दिल्ली, कोलकाता, पटना आदि बड़े शहरों के आर्किटेक्ट से संपर्क साधा जा रहा है. जिनसे राजेंद्र बाल उद्यान का ब्लू प्रिंट तैयार कराया जायेगा.
उद्यान के जीर्णोद्धार व संवारने को लेकर विभागीय पेंच खत्म
बच्चों के लिए लगाये जायेंगे झूले
निगम की योजना के मुताबिक उद्यान में बने पोखर का नये सिरे से ब्लू प्रिंट तैयार करा कर उसका जीर्णोद्धार किया जायेगा और उसमें करीब पांच वोट चलाये जायेंगे. वहीं बच्चों के लिए झूला, सुरंग और जिम के सामानों के साथ अन्य व्यवस्था, नये और लेटेस्ट फूलों की बागवानी, वाटर फॉगिंग की आधुनिक मशीन और रोशनी की आधुनिक व्यवस्था की योजना बनायी गयी है. इस योजना को निगम अगले तीन से चार महीने में लागू करने को लेकर अपनी कवायद को रंग देने में जुट गया है.

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