गुलाबबाग में हरहर महादेव का जयकारा लगा निकला कांवरियों का बड़ा जत्था

गुलाबबाग

By Prabhat Khabar News Desk | August 3, 2024 6:15 PM

पूर्वोत्तर भारत के कांवरियों का पसंदीदा पड़ाव बना जीरोमाइल पंचमुखी चौक का शिविर

सोमवार को देवघर में जल अर्पित करने के लिए रवाना हुए असम बंगाल के शिवभक्तपूर्णिया. शहर के गुलाबबाग के जीरोमाइल स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर शिविर की सेवा लेने के बाद असम, बंगाल समेत पूर्वोत्तर राज्यों से आये कांवरियों का बड़ा जत्था बोल बम और हर हर महादेव का जयकारा लगाते हुए देवघर के लिए अहले सुबह रवाना हुआ. सभी तीसरे सोमवार को भगवान शिव को जल अर्पित करेंगे.यहां सावन के पहले दिन से ही कांवरियों की सेवा की मुहिम चल रही है. गुलाबबाग का पूरा व्यवसायी समाज और समाजसेवी पहले सावन से ही कांवरियों की पूरी सेवा कर रहे हैं. बीमार पड़ने पर यहां डाक्टर और दवा की भी विशेष व्यवस्था की गई है. गुलाबबाग का जीरोमाइल चौक पूर्वोत्तर भारत के कांवरियों का पसंदीदा पड़ाव बन गया है. सावन शुरु होते ही यहां देशी-विदेशी कांवरियों की जमघट लगनी शुरु हो जाती है. पड़ोसी देश नेपाल के अलावा पूर्वोत्तर भारत के विभिन्न राज्यों से कांवर लेकर निकलने वाले शिव भक्त देवघर जाने और फिर आने के क्रम में यहां पड़ाव डालना नहीं भूलते. देवघर में बाबा भोले को जलाभिषेक करने के बाद वापसी में वे यहां भगवान पंचमुखी हनुमान का दर्शन करते हैं. पूरा सावन भर यहां बोल बम का जयकारा गूंजता रहता है.

18 वर्षों से लगाया जा रहा शिविर

गुलाबबाग का जीरोमाइल चौक स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर परिसर में पिछले 18 सालों से कांवरियों के लिए शिविर लगायी जाती है. यहां पूरा समाज कावरियों की सेवा तन्मयता से करता है. बालेश्वर यादव,देवेन्द्र चौपड़ा, राजू दर्वे, दिलीप यादव, जनार्दन त्रिवेदी, धनजय सिंह, राजेश लाहोटी, मिठाई पांडे, राजू लोहिया, रंजीत सिंह, सुनीत मिश्रा, अनंत जायसवाल, श्याम प्रसाद] बहादूर यादव आदि समेत जीरोमाइल चौक के तमाम छोटे-बड़े व्यापारी खुद कावरियों की सेवा में तैनात रहते हैं. पंचमुखी मंदिर के प्रधान पुजारी विपुल मिश्रा बनारसी खास तौर पर कांवरियों का ख्याल रखते है. सारी व्यवस्था आपस के सहयोग से होती है. यहां शुद्ध पेयजल से लेकर भोजन तक की व्यवस्था होती है. चिकित्सा सुविधा के लिए डॉक्टर और कंपाउंडर ही नहीं मुफ्त दवा का भी यहां इंतजाम रखा जाता है.

पूर्वोत्तर का टर्निंग प्वाइंट है शिविर

जीरोमाइल चौक नेपाल, भूटान, असम, पश्चिम बंगाल एवं पूर्वोत्तर के अन्य इलाकों के कांवरियों के लिए टर्निंग प्वाइन्ट है. नेपाल और पूर्वोत्तर भारत के कांवरियों के लिए सड़क मार्ग से देवघर जाने का यह एकमात्र रूट है. यही वजह है कि पूर्णिया के गुलाबबाग का यह पड़ाव इन दिनों पूरी तरह शिवमय हो गया है. पूर्णिया शहर या आस पास के इलाकों में गुलाबबाग जीरोमाइल के अलावा पूर्णिया परिक्षेत्र में कांवरियों के लिए दूसरा कोई पड़ाव फिलहाल नहीं है.

फोटो- 3 पूर्णिया 2- शिविर से रवाना होता कांवरियों का जत्था

3- शिविर में भोजन करते कांवरिया

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