पूर्णिया. रुपयों के डिजिटल लेनदेन में बरती जाने वाली सावधानियों एवं जनजागरूकता को लेकर बैंकों द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. इसके तहत किसान चौपाल लगाकर जन साधारण को समझाने का प्रयास किया जा रहा है कि वे किसी भी प्रकार के लोभ लालच में पड़े बगैर सावधानी पूर्वक बेहद आसान तरीकों से किसी भी तरह की राशि की लेनदेन में सहज और सुलभ डिजिटल तकनीक को अपना सकते हैं. वित्तीय सह डिजिटल साक्षरता और किसान चौपाल कार्यक्रम भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय व्यावसायिक कार्यालय द्वारा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों मे चलाया जा रहा है. इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए भारतीय स्टेट बैंक, काझा शाखा के सौजन्य से वित्तीय सह डिजिटल साक्षरता और किसान चौपाल का कार्यक्रम आयोजित किया गया. शाखा प्रबंधक अमर कुमार के सहयोग और जिला अग्रणी प्रबंधक मिथिलेश कुमार के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया. सर्वप्रथम शाखा प्रबंधक अमर कुमार ने सभी उपस्थित किसानों और ग्राहकों का स्वागत करते हुए केसीसी ऋण और जीविका ऋण पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला. उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि पाने वाले किसान, पशुपालक किसानों पर भी चर्चा की. भारतीय स्टेट बैंक के अवकाशप्राप्त मुख्य प्रबंधक वित्तीय साक्षरता सलाहकार अजय कांत झा ने वित्तीय सह डिजिटल पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए ग्रामीणों को जागरुक किया. श्री झा ने कहा कि छोटी छोटी बचत से बड़ी बचत होती है. बूंद बूंद से घडा भरता है. बचत की आदतें सभी को अपनाने की जरूरत है. उन्होंने सभी को डिजिटल लेनदेन करने के लिए प्रेरित किया. गोपनीय जानकारी किसी से शेयर नहीं करने का भी सुझाव दिया. उन्होंने साइबर क्राइम टोल फ्री नंबर 1930 और लोकपाल टोल फ्री नंबर 14448 के बारे में भी जानकारी दी. फील्ड ऑफिसर राजीव रंजन ने जीविका ऋण पर विशेष जानकारी जीविका दीदी को दिया. कार्यक्रम के अन्त में शाखा प्रबंधक अमर कुमार ने सभी को धन्यवाद दिया. फोटो -10 पूर्णिया 3- कार्यक्रम में उपस्थित ग्राहक एवं अन्य.
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