खरीफ को लेकर कृषि विभाग की विशेष तैयारी, आज खरीफ महोत्सव पर बनेगी नीतिपूर्णिया. रबी की फसल के बाद अब कृषि विभाग खरीफ मौसम की फसलों को लेकर तैयारियों में जुटा हुआ है. अमूमन जिले में पूर्व से इस मौसम में सर्वाधिक धान की पैदावार पर विभाग का ध्यान केंद्रित रहा करता था लेकिन इस दफा खरीफ मौसम की विभिन्न फसलों के उत्पादन पर विशेष ध्यान दिये जाने का निर्णय लिया गया है. विभाग की मानें तो धान के अलावा रबी मौसम में उगाई जानेवाली मक्का की फसल की तर्ज पर खरीफ मक्का के उत्पादन पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है. दशकों पूर्व किसानों द्वारा उगाये जाने वाले मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देते हुए किसानों की आमदनी को बढाने की कवायद की जा रही है. एक बात तो साफ है कि व्यवसायिक फसल मक्का ने किसानों को काफी अच्छा रिटर्न दिया है जिस वजह से रबी सीजन में मक्के की पैदावार को लेकर किसानों का लगातार रुझान बढ़ता ही जा रहा है इसलिए कृषि विभाग ने खरीफ मौसम में भी किसानों को मक्का उत्पादन के क्षेत्र में आगे बढाने का निर्णय लिया है. इसके लिए किसानों के बीच अनुदान, प्रत्यक्षण तथा बीज वितरण किये जाने की योजना है.
मोटे अनाज संग बेबी कॉर्न व दलहन पर विशेष जोर :
जिला कृषि कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इस खरीफ के सीजन में मोटे अनाजों के प्रति लोगों के बढ़ते रुझान और बाजार भाव को लेकर ज्वार, बाजरा, रागी, मडूवा, कोदो, सांवा की खेती प्रत्यक्षण के रूप में यहां चयनित किसानों के बीच कलस्टर में कराने का निर्णय लिया गया है. इस सीजन में मक्का के लिए 61 कलस्टर, मिलेट्स के लिए 34 कलस्टर का निर्माण किया गया है. इसी कड़ी में आज मरंगा स्थित प्रेक्षागृह में जिला स्तरीय खरीफ कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कृषि विभाग द्वारा किया जा रहा है.कहते हैं अधिकारी :
इस बार खरीफ सीजन में धान के अलावा राज्य सरकार ने पहली बार खरीफ मक्का स्वीट कॉर्न एवं पोषण आधारित मिलेट्स मोटे अनाज की खेती को प्रोत्साहन देने के लिए शामिल किया है. प्रत्येक स्तर पर किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र तथा कृषि महाविद्यालय के कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिला स्तरीय कार्यक्रम के बाद प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम चलेगा. सुधीर कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है