कार्यशाला व प्रतियोगिता का महापौर विभा कुमारी ने किया उद्घाटन पूर्णिया. पशुपालन विभाग द्वारा गुरुवार को मरंगा में पशुपालन एवं पशु कल्याण जागरूकता माह के अंतर्गत कार्यशाला एवं प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. कार्यशाला सह प्रतियोगिता का उद्घाटन पूर्णिया की महापौर विभा कुमारी ने जबकि मौके पर मुख्य रूप से पूर्णिया पशुपालन विभाग के क्षेत्रीय निदेशक डा. सत्य नारायण यादव, सहायक निदेशक डाॅ मो इकराम, जिला पशुपालन पदाधिकारी डा. चंद्रशेखर आजाद, अवर प्रमंडल पशुपालन पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश मरीक, पशु शल्य चिकित्सक डा. मनोहर कुमार आदि मौजूद थे. कार्यशाला में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से हजारों की संख्या में पशुपालक किसान अपनी-अपनी मवेशी लेकर पहुंचे थे. कार्यशाला एवं प्रतियोगिता में उन्नत नस्ल एवं दूध के पशुओं का चयन करते हुए पशुपालकों को महापौर के द्वारा सम्मानित भी किया गया. महापौर विभा कुमारी एवं समाजसेवी जितेंद्र यादव ने प्रतियोगिता में पहुंचे मवेशियों को देखते हुए पशुपालकों से बातचीत भी की. उद्घाटन समारोह के दौरान मौजूद पशुपालकों को संबोधित करते हुए महापौर विभा कुमारी ने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य पशुपालन को बढ़ावा देना है. खासकर बकरी पालन को बढ़ावा देना एवं उन्नत नस्ल की बकरी-बकरा की उपलब्धता सुनिश्चित करना है. साथ ही बकरी उत्पादन से पशुजन्य प्रोटीन की उपलब्धता में वृद्धि एवं रोजगार के अतिरिक्त अवसर का सृजन करना तथा बकरी पालकों के आय में वृद्धि करना है.महापौर विभा कुमारी ने पशुपालक एवं किसान भाईयों से सरकार द्वारा पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए चलायी जा रही योजनाओं का लाभ लेकर पशुपालन करें और अपनी अर्थव्यवस्था के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करने में मददगार बनें.उन्होंने कहा कि किसानों के लिए पशुपालन वरदान के समान है क्योंकि पशु कृषि कार्य में भी सहायक होते हैं. उनके मल मूत्र से जो उर्वरक तैयार होता है वह फसलों के लिए काफी फायदेमंद होता है. साथ ही पशु पोषक खाद्य सामग्री का प्रमुख स्रोत है. यह बड़ी संख्या में पशुपालकों एवं किसानों को रोजगार प्रदान करता है और इस प्रकार उनके जीवन स्तर को बढ़ाता है.
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