प्रतिनिधि, पूर्णिया. ग्रीन पूर्णिया के संस्थापक अध्यक्ष सह सर्जन और भाजपा नेता डॉक्टर अनिल कुमार गुप्ता ने अंगदान को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी का स्वागत किया है और कहा है कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को अंगदान बढ़ाने के लिए जो एडवाइजरी जारी की है वह स्वागत योग्य है. डॉ. गुप्ता ने बताया कि केंद्र सरकार ने आईसीयू संचालकों को ब्रेन डेथ होने पर मरीजों की पहचान करने की सलाह दी है, ताकि समय रहते परिजनों से मरीज के अंगों का दान कराया जा सके. इसी दिशा में ग्रीन पूर्णिया के अध्यक्ष सह सर्जन डॉ. एके गुप्ता ने शहर के चिकित्सकों और आईसीयू संचालकों से ब्रेन डेथ होने वाले मरीजों की पहचान कर इसकी सूचना उन्हें देने की अपील की है. ब्रेन डेथ मरीज़ों की उपलब्धता कम होती है, किंतु बहुत से मरीज़ ऐसे होते है जिसके बचने की संभावना कम होती है. ऐसे मरीज़ों के विषय में मालूम होने पर उनके परिजनों से सहमति लेकर आई डोनेशन कराया जा सकता है. डॉ. गुप्ता ने चिकित्सकों से आह्वान करते हुए कहा कि ब्रेन डेथ होने की सूचना पर वे और उनकी टीम मरीज के परिजनों से बात करेंगी और उन्हें अंगदान के लिए प्रेरित करेगी. डॉक्टर मदद करें तो आंख व लिवर का दान संभव. डॉक्टर अनिल कुमार गुप्ता ने कहा है कि अपने शहर में अब कई ऐसे अस्पताल हैं जिनमें आईसीयू की सुविधा उपलब्ध है जहां रोजाना मरीज भर्ती होते हैं. इनमें कई मरीज ऐसे होते हैं जिनका ब्रेन डेथ हो चुका होता है परंतु जागरूकता के अभाव में हम उनका अंगप्रत्यर्पण नहीं करा पाते. डॉ. गुप्ता ने कहा कि समय रहते अगर ऐसे मरीजों की पहचान कर ली जाये और उचित कदम उठाए जाएं तो हमें ऐसे मरीजों का आंख, लिवर और हार्ट का दान करा सकते हैं. उन्होंने बताया कि फिलहाल देश में 10 लाख लोगों पर एक से भी कम अंगदाता हैं. ऐसे में अंगदान को बढ़ावा दिलाकर हम एक जिंदगी को बचा या रोशन कर सकते हैं. उन्होंने चिकित्सकों से इस पुनीत कार्य में आगे आने की अपील की है.
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