आशा को दी जा रही है एम आशा एप का प्रशिक्षण
शिविर में स्थानीय आशा फेसिलेटर को प्रशिक्षण दिया जा रहा है
पूर्णिया. मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना (एमडीएचवाई) के अंतर्गत बिहार राज्य स्वास्थ्य प्रणाली डिजिटलीकरण (भव्या) के लिए जिले के सभी आशा फेसिलेटर और आशा कार्यकर्ताओं को विकसित किए गये एम आशा एप्प से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया. पूर्णिया जिला मुख्यालय स्थित जीएमसीएच सहित अन्य तीन प्रखंडों में आयोजित शिविर में स्थानीय आशा फेसिलेटर को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसमें राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीएमसीएच), पूर्णिया के आरटीपीसीआर भवन स्थित मीटिंग हॉल में पूर्णिया पूर्व श्रीनगर, के.नगर, कसबा, बनबनखी और जलालगढ़ के आशा फेसिलेटर को जबकि बायसी प्रखंड में संचालित प्रशिक्षण में बायसी और डगरुआ के आशा फेसिलेटर को, बैसा प्रखंड में बैसा और अमौर के आशा फेसिलेटर को तथा धमदाहा प्रखंड में धमदाहा, बी. कोठी, भवानीपुर और रुपौली के आशा फेसिलेटर को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. सभी प्रशिक्षण शिविर में 13 जुलाई तक ट्रेंड प्रशिक्षकों द्वारा आशा फेसिलेटर को एम एप्प की जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है. प्रशिक्षण में जिले के सभी प्रखंडों की 143 आशा फैसिलेटरों को एम आशा एप का उपयोग करने की जानकारी राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रशिक्षण मैनेजर दुर्गा शंकर सिंह के साथ प्रशिक्षक रजनीश मेहता, अभिषेक सिंह, ओम प्रकाश सिंह, जयकृष्ण कुमार द्वारा दिया जा रहा है. प्रशिक्षण में पूर्णिया पूर्व से 10, श्रीनगर से 05, के नगर से 11, कसबा से 07, बनमनखी से 18, जलालगढ़ से 05, धमदाहा से 15, बड़हरा कोठी से 09, भवानीपुर से 07, रुपौली से 11, बैसा से 10 और अमौर से 16 आशा फैसिलेटर को ट्रेनिंग दी जा रही है.
स्वास्थ्य की जानकारी अब पोर्टल पर होगी दर्ज :
प्रशिक्षण मैनेजर दुर्गा शंकर सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में हाेने वाली जन्म- मृत्यु, प्रसव, फाइलेरिया, मलेरिया, एर्ईएस, बुखार, डायरिया सहित कई अन्य प्रकार की बीमारियों के अलावा अन्य गतिविधियों को इस डिजिटल एप्प से जोड़ा जा रहा है ताकि ग्रामीण इलाकों में किसी भी तरह के कार्यों को समय सीमा के अंदर पूरा करने में आशा कार्यकर्ताओ को किसी प्रकार से कोई दिक्कत नही हो सके.डिजिटल मिशन को घर घर तक पहुंचायेगी आशा कार्यकर्ता :
राज्य प्रशिक्षण हेड रुचि झा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के डिजिटल मिशन को घर- घर तक पहुंचाने के लिए आशा कार्यकर्ताओं को स्मार्ट बनाने का काम शुरू कर दिया गया है. जिले की आशा कार्यकर्ता अब फोन के मध्यम से एम- आशा एप्प द्वारा ग्रामीणों को होने वाली बीमारियों सहित अन्य प्रकार की स्वास्थ्य असुविधाओं को सीधे पोर्टल पर अपलोड कर देगी. उन्होंने बताया कि भव्या एप्प के माध्यम से मरीजों को उपलब्ध तमाम तरह की सेवाएं पेपर लेस करने के लिए कवायद शुरू कर दी गयी.फोटो-10 पूर्णिया 7- प्रशिक्षण में शामिल आशा कार्यकर्ता
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