Purnia news : भवानीपुर के चर्चित गोपाल यादुका हत्याकांड मामले की पुलिस ने लगभग गुत्थी सुलझा ली है. घटनास्थल से लौटने के बाद पूर्णिया के एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने गुरुवार को बताया कि अब तक के अनुसंधान में पुलिस ने इस कांड के शूटर, उसके साथ शामिल अन्य साथी और हत्या के साजिशकर्ता का पता लगा लिया है. सार संक्षेप यह है कि इस कांड में अवधेश मंडल ने साजिश रची और उसके बेटे राजा ने घटना को अंजाम तक पहुंचाया. दोनों की गिरफ्तारी का वारंट निकाला जा चुका है. इस दौरान अगर दोनों पुलिस की गिरफ्त में नहीं आये तो उनके घर पर इश्तेहार चिपकाया जायेगा. इसके बाद कुर्की जब्ती की भी कार्रवाई की जायेगी. राजा और अवधेश मंडल के पकड़े जाने के बाद इस हत्याकांड की सभी गुत्थियां स्वत: सुलझ जाएंगी. इसके बाद भी पुलिस ने अनुसंधान को जारी रखा है. इससे जुड़े सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है.
हत्याकांड में नौ लोगों की संलिप्तता सामने आयी
एसपी ने बताया कि अब तक के अनुसंधान में गोपाल यादुका हत्याकांड में कुल नौ लोगों की संलिप्तता सामने आयी है. इनमें चार की गिरफ्तारी हो चुकी है. शेष छह में दो अवधेश मंडल और उसका बेटा राजा है. बाकी तीन राजा के साथ थे, जो पर्दे के पीछे थे. उनकी तलाश जारी है. विशाल इस घटना का मास्टरमाइंड है. बाइक पर विकास पीछे बैठा था और विशाल बाइक चला रहा था. एसपी ने बताया कि विशाल शातिर अपराधी है. उसके पास से मोबाइल के चार सिम बरामद हुए. इनमें दो सिम उसके एक मित्र और अन्य का था.
वैज्ञानिक अनुसंधान से बारीकी से की गयी जांच
एसपी ने बताया कि इस हत्याकांड की जांच वैज्ञानिक अनुसंधान से बारीकी से की गयी है. सभी तथ्यों पर पुलिस ने छानबीन की. पहले लेयर में यादुका परिवार के साथ जमीन की डिलिंग पर जांच-पड़ताल की गयी. इसे लेकर नवगछिया में भी रेड हुआ, जहां दीपक की तलाश थी, जो मिला नहीं. वहां के स्थानीय लोगों के अनुसार वह व्यक्ति बड़ाफ्राॅड है और उसके घर पर अक्सर पुलिस की रेड होती रहती है. हत्याकांड के बाद 15 से 20 लोगों को हिरासत में लिया गया था. उन सभी से लिये गये बयान के आधार पर उनके मोबाइल का लोकेशन देखा गया. जिस वक्त घटना हुई थी सभी लोग कहां- कहां थे. हिरासत में लिये लोगों से गहन पूछताछ के बाद विकास और ब्रजेश को पकड़ागया. इसके बाद अन्य दो साथी पकड़ेगये.उन्होने बताया कि इस कांड में दीपक को खोजा जा रहा है.पकड़े जाने पर उससे पूछताछ होगी. दीपक का इस हत्याकांड में लिंक है या नहीं उससे पूछताछ के बाद पता चलेगा.
मृतक के परिजन पुलिस जांच से संतुष्ट
एसपी ने बताया कि पुलिस के अनुसंधान को लेकर यादुका परिवार को कुछ कन्फ्यूजन था. बुधवार को उनलोगों से मिलने के बाद मामला साफ हो गया. उन्हें पुलिसिया अनुसंधान के सभी बिंदुओं पर चर्चा कर संतुष्ट कर दिया गया है कि पुलिस का अनुसंधान सही दिशा में है. उन्हें हत्या से जुड़े सभी साक्ष्यों को दिखाया गया. इसके बाद भी अगर कोई साक्ष्य सामने आता है तो उसे भी जांच के दायरे में लाया जायेगा.
पुलिस का अनुसंधान सही दिशा में जा रहा
एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया कि यादुका हत्याकांड में पुलिस का अनुसंधान तबतक जारी रहेगा, जबतक सारी गुत्थी सुलझ नहीं जाती. अबतक हत्या में शामिल शूटर और साजिशकर्ता का पता चला है. अगर इससे जुड़ा और कोई साक्ष्य सामने आयेगा तो पुलिस उसकी भी बारीकी से जांच करेगी. फिलहाल पुलिस का अनुसंधान सही दिशा में जा रहा है.