विश्व अस्थमा दिवस पर निकाली गयी जागरूकता रैली
विश्व अस्थमा दिवस पर टीबी एवं चेस्ट रोग विशेषज्ञ डा. यू बी सिंह ने स्थानीय मधुबनी में फार्मा पीपुल्स के सहयोग से जागरूकता मार्च निकाली
पूर्णिया. विश्व अस्थमा दिवस पर टीबी एवं चेस्ट रोग विशेषज्ञ डा. यू बी सिंह ने स्थानीय मधुबनी में फार्मा पीपुल्स के सहयोग से जागरूकता मार्च निकाली. इस मार्च के माध्यम से उन्होनें धूम्रपान से बचने, पूर्णिया को प्रदूषण से मुक्त करने एवं स्वच्छ पूर्णिया के लिए वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करने का संदेश दिया. इस अवसर पर टीबी एवं चेस्ट रोग विशेषज्ञ डा. सिंह ने कहा कि अस्थमा विश्व स्तर पर 10% बच्चों को प्रभावित करने वाला है और अस्थमा का शिकार दुनिया भर में 300 मिलियन व्यक्तियों में बना हुआ है. 7.6% से 10.3% वयस्कों अस्थमा से प्रभावित हैं. अस्थमा-सीओपीडी ओवरलैप सिंड्रोम (एसीओएस) की पहचान की गई है. डा. सिंह ने बताया कि अस्थमा पर चर्चा में अनिवार्य रूप से क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) शामिल होती है जो अस्थमा जैसी स्थिति है लेकिन इसकी प्रगति और गंभीरता में अलग है. सीओपीडी, जो अब विश्व स्तर पर अधिक प्रचलित है, 30-79 वर्ष की आयु के 7.6% से 10.3% व्यक्तियों को प्रभावित करता है और दुनिया भर में मृत्यु का चौथा प्रमुख कारण है. कुछ लक्षण साझा होने के बावजूद, अस्थमा और सीओपीडी अपने मूल कारणों और अभिव्यक्तियों में भिन्न होते हैं.
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