Bihar Crime News: पूर्णिया में बहन की कथित हत्या के बदले की आग में जल रहे भाई ने अपने बहनोई की हत्या कर दी. यह घटना शुक्रवार की देरशाम उस वक्त हुई जब गौरव अपने मित्र के साथ डीएसए ग्राउंड के पास चार्टड एकाउंट ऑफिस में बैठा था. वहां तीन चार लोग और थे. ठीक रात आठ बजे गौरव का सबसे छोटा साला रीतेश उर्फ लालू पीले रंग का गमछा ओढ़ कर आया और गौरव के सीने में तीन बार चाकू घोंप कर फरार हो गया. मृतक गौरव जिले के बायसी अनुमंडल न्यायालय में पेशकार के पद पर पदस्थापित था. घटना के बाद से मृतक का आरोपी साला ततमा टोली का रितेश उर्फ लालू फरार हो गया है. सहायक खजांची थानाध्यक्ष शशि कुमार भगत ने बताया कि मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है. घटनास्थल से प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक गौरव कुमार को रीतेश उर्फ लालू ने चाकू मार कर हत्या कर दी. उन्होंने बताया कि पीड़ित पक्ष के ओर से अब तक इस संबंध में आवेदन नहीं दिया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बीते 20 जून को मृतक गौरव कुमार की पत्नी प्रियंका कुमारी की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी थी.
पत्नी प्रियंका की मौत बनी गौरव की हत्या की वजह
मृतका के मायके वालों ने गौरव कुमार एवं उसके माता पिता पर साजिश के तहत हत्या कर देने का आरोप लगाया था. इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ सहायक खजांची थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी. अनुसंधान के क्रम में गौरव कुमार की मां को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. प्रियंका की मौत के बाद उसके मायके वालों ने पति समेत ससुरालवालों पर प्रताड़ित कर हत्या कर देने का आरोप लगाया. बहन की मौत के बाद उसका भाई रीतेश उर्फ लालू ने बदला लेने की सोची और मौका पाते ही बहनोई की चाकू मार कर हत्या कर दी. प्रियंका कुमारी की मौत के बाद मायके वाले यही कहते रहे कि उनकी बहन ने खुदकुशी नहीं की है बल्कि उसकी हत्या कर खुदकुशी का रूप दे दिया गया है. प्रियंका बहनों में इकलौती थी. जबकि उसके तीन भाई हैं. इनमें एक बड़ा ज्योतिश कुमार एक बैंक में कर्मी है, उससे छोटा रवि कुमार निजी कंपनी में कार्यरत है जबकि सबसे छोटा और बहनोई के हत्यारोपी रीतेश उर्फ लालू है. इधर, मृतक गौरव भी भाइयों में इकलौता है, उसके दो बहनें हैं दोनों विवाहित है.
अंतिम दर्शन को मिला मां को पेरोल
मृत पेशकार गौरव कुमार की मां गीता देवी अपने बहू के संदेहास्पद मौत मामले में चार महीने से पूर्णिया सेंट्रल जेल में बंद है. बेटे की हत्या के बाद कोर्ट के आदेश पर उसे अंतिम दर्शन के लिए पेरोल मिला है. जेल अधीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि गीता देवी को पेरोल पर मृत बेटे के अंतिम दर्शन के लिए सुरक्षा में भेजा गया है. बेटे के अंतिम दर्शन के बाद उसे आज ही वापस जेल बुला लिया जायेगा.
बेटे के शव देख मां हुई अचेत
मृत गौरव का शव बाड़ीहाट नया स्थित गीता देवी के मायके में रखा गया था. गीता देवी अचानक अपने इकलौते बेटे की शव देखी तो उसके होश ही उ़ड़ गये. मां के विलाप से पूरे मोहल्ले के लोगों के में आंसू निकलने लगे. परिजनों ने बताया कि मृत गौरव के पिता राम प्रसाद साह मूल रूप से खगड़िया जिले के गोगरी जमालपुर के निवासी है. राम प्रसाद साह अक्सर बीमार रहते हैं. गौरव को तीन साल और डेढ़ साल के दो बच्चे हैं. दोनों बच्चे अपने मृतका प्रियंका कुमारी के घर (मायका) में रहते हैं. लोग बताते हैं कि चार महीने पहले मां की मौत हो गयी और अब पिता की हत्या बच्चे के ही मामा ने कर दी. अब दोनों बच्चे का क्या होगा, जो हत्यारोपी के घर ननिहाल में पल रहा है.