महाराष्ट्र, यूपी व ओडिशा की तरह बिहार पर भी कब्जा करना चाहती है भाजपा : दीपांकर
भाकपा माले की पदयात्रा का हुआ समापन
भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव ने केंद्र और राज्य की सरकारों को आड़े हाथ लिया बदलो बिहार समागम के साथ भाकपा माले की पदयात्रा का हुआ समापन पूर्णिया. भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने केंद्र और राज्य की सरकारों पर जमकर हमला बोला. उन्होंने सीमांचल क्षेत्र की समस्याओं को गिनाते हुए कहा कि सीमांचल सहित पूरा बिहार पलायन, गरीबी और पिछड़ेपन का दंश झेल रहा है. इस चुनावी वर्ष में नीतीश जी जनता का हाल जानने के लिए यात्राएं कर रहे हैं लेकिन लोगों और लोगों की समस्याओं से उनकी दूरी बनी हुई है. 20 वर्षों से न्याय विकास और सुशासन की बात कर रहे हैं लेकिन हकीकत सभी के सामने है. बिहार के लोगों में गुस्सा और शिकायत है. उन्होंने बिहार में भाजपा द्वारा सरकार चलाये जाने का भी आरोप लगाया और कहा कि महाराष्ट्र, यूपी, ओडिशा की तरह भाजपा बिहार पर कब्जा करना चाहती है. भट्टाचार्य बुधवार को स्थानीय कलाभवन में आयोजित बदलो बिहार समागम के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे. इसी के साथ भाकपा माले द्वारा विगत एक फरवरी को अररिया जिले के फारबिसगंज से शुरू की गयी बदलो बिहार पदयात्रा, पूर्णिया के कलाभवन में बदलो बिहार समागम के साथ समाप्त हो गयी. बुधवार को यह यात्रा पूर्णिया के कलाभवन पहुंचकर एक सभा में तब्दील हुई जहां भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने लोगों को संबोधित किया. भट्टाचार्य ने अपने भाषण में सभी के समक्ष एकता बनाये रखने और अपने- अलग अलग मुद्दों को एक साथ जोड़कर एक बड़ा अभियान का रूप देने का आह्वान किया. भट्टाचार्य ने कहा कि बजट में गरीब की चर्चा ही नहीं है. बिहार की जनता को इस बार भी ठगा गया है. न तो विशेष पैकेज ही दिया गया और न ही विशेष राज्य का दर्जा. टैक्स स्लैब को बढाकर 12 लाख किये जाने पर उन्होंने कहा कि लगभग एक तिहाई लोगों की आमदनी प्रतिमाह 6 हजार से भी कम है. सरकार ने टैक्स की स्लैब बढ़ाई, लोगों की आमदनी बढाने का कोई प्रयास नहीं किया. दीपंकर भट्टाचार्य ने लोगों को संबोधित करते हुए अगले कार्यक्रम के तहत भागलपुर और मार्च माह में पटना में आयोजित बदलो बिहार महाजुटान में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया. इस मौके पर अन्य नेताओं ने भी लोगों को संबोधित किया. आयोजित कार्यक्रम में मुख्य रूप से ऐपवा महासचिव मीना तिवारी, इंकलाबी नौजवान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आफताब आलम, राष्ट्रीय महासचिव नीरज कुमार, स्कीम वर्कर महासचिव एमएलसी शशि यादव, किसान नेता सह घोसी विधायक रामबली सिंह यादव, अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा राष्ट्रीय महासचिव धीरेन्द्र झा, इंसाफ मंच के राज्य उपाध्यक्ष नियाज़ अहमद, खेग्रामस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य देवेन्द्र कुमार, मो. इस्लामुद्दीन, एकटू नेता मुकुल के अलावा पार्टी कार्यकर्ताओं, आशा, आंगनबाड़ी, रसोईया दीदी आदि उपस्थित थे. लोगों की समस्याओं को बनाया जायेगा मुद्दा भट्टाचार्य ने कहा बदलो बिहार पदयात्रा का आयोजन बिहार के कई हिस्सों में किया जा चुका है सीमांचल में यह यात्रा फारबिसगंज से शुरू की गयी लगभग सौ किलोमीटर की इस पदयात्रा के क्रम में हमने लोगों से मुलाक़ात की लोगों की समस्याओं को जाना. अनेक लोगों द्वारा उनकी समस्याओं को लेकर ज्ञापन भी प्राप्त हुआ है. सरकार के प्रति लोगों में गहरी नाराजगी है. हर तबके की समस्याओं और मांगों को लेकर सभी का जुटान कर रहे हैं. पटना में सभी मिलकर लड़ेंगे. इस बार के विधानसभा चुनाव में लोगों के यही मुद्दे मुख्य मुद्दे बनेगे. गांधी मैदान में आगामी मार्च माह में महाजुटान की तैयारी है.
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