पूर्णिया एयरपोर्ट को लेकर जिद पर अड़े नागरिक, कहा- अब हवाई सेवा के लिए नहीं करेंगे विस चुनाव का इंतजार

पूर्णिया के लोगों ने एक बार फिर से एयरपोर्ट की मांग तेज कर दी है. इसके लिए वो सड़क पर उतार आए हैं. साथ ही भूख हड़ताल भी कर रहे हैं.

By Anand Shekhar | June 12, 2024 8:38 PM

Purnia Airport: पिछले आठ सालों से लंबित पड़े पीएम पैकेज 2015 के तहत घोषित पूर्णिया एयरपोर्ट की मांग को लेकर पूर्णिया के प्रबुद्ध नागरिक एक बार फिर सड़क पर उतरे और भूख हड़ताल कर पूर्णिया से शीघ्र हवाई सेवा शुरू किए जाने के लिए आवाज बुलंद की. स्थानीय आंबेडकर सेवा सदन में आयोजित भूख हड़ताल के दौरान नागरिकों ने इस मामले में सरकार द्वारा छले जाने पर चिंता जतायी और डबल इंजन की सरकार से पोर्टा केबिन सिविल एन्क्लेव से पूर्णिया एयरपोर्ट की तिथि घोषणा शीघ्र करने की मांग की.

इसी के साथ पूर्णिया मांगे एयरपोर्ट के सवाल पर नये सिरे से आंदोलनात्मक कार्यक्रम का आगाज हुआ. इस कार्यक्रम में एयरपोर्ट फॉर पूर्णिया समिति एवं पूर्णिया प्रमंडल के विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भागीदारी निभायी. भूख हड़ताल के दौरान पिछले नौ सालों से इस मांग की अनदेखी करने और छलावा करने के कई हवाले दिए गये.

एयरपोर्ट फॉर पूर्णिया मुहिम के संचालक विजय कुमार श्रीवास्तव ने इसे आपत्तिजनक विषय बताया और कहा कि यह न केवल साजिश बल्कि पूर्णियावासियों के साथ नाइंसाफी है. इस मौके पर एयरपोर्ट फॉर पूर्णिया के महासचिव अरविंद कुमार सिंह एवं अरविन्द कुमार झा, दिलीप कुमार चौधरी ने पूर्णिया एयरपोर्ट के प्रति साजिश को अंजाम देने वालों की पहचान करने और उन्हें दंडित करने के लिए कार्रवाई की वकालत की.

पूर्णिया के जाने-माने सर्जन डाॅ संजीव कुमार एवं अधिवक्ता गौतम वर्मा ने कहा कि पूर्णिया एयरपोर्ट की 100 किलोमीटर त्रिज्या अंतर्गत बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड एवं मित्र राष्ट्र नेपाल की करोड़ों की आबादी के लिए पूर्णिया एयरपोर्ट लाइफलाइन एवं मूल्यवान है, इसके बावजूद आश्चर्यजनक उपेक्षा बरती जा रही है.

वरिष्ठ अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक, सुदीप राय, सेवानिवृत बैंक अधिकारी एके चांद ने कहा कि पूर्णिया जिला प्रशासन द्वारा अधिग्रहित 52.18 एकड़ जमीन सिविल विमान निदेशालय, मंत्रिमंडल सचिवालय, बिहार सरकार, पटना को 2 वर्षों पूर्व ही उपलब्ध कराने के बावजूद भी एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को आजतक हैंड ओवर क्यों नहीं किया गया, यह अपने आप में बड़ा सवाल है. यह सवाल भी उठाया गया कि आधारभूत संरचना के लिए अतिरिक्त 15 एकड़ जमीन का अधिग्रहण की कार्रवाई कब तक प्रक्रियाधीन रहेगी.

बुधवार को भूख हड़ताल में पूर्णिया सिविल सोसाइटी, बिहार पेंशनर समाज, अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के सदस्यों के साथ डाॅ संजीव कुमार, दुर्गा कांत ठाकुर, प्रहलाद कुमार उर्फ मुन्ना, अनुज कुमार, मुकेश कुमार श्रीवास्तव, अनिल कुमार साह, अरुण कुमार वर्मा, अधिवक्ता अरुणा भास्कर उर्फ गौतम वर्मा , बिहार प्रदेश सेल्स रिप्रेजेंटेटिव एसोसिएशन (बीपीएसआरए) के सचिव प्रिन्स, रंजन सिंह, तारिक मुस्तफा आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे.

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