जिले में डीएपी खाद की कमी पर निगरानी समिति के सदस्यों ने जतायी चिंता
डीएम ने विभाग से पत्राचार करने का दिया अधिकारियों को निर्देश
डीएम ने विभाग से पत्राचार करने का दिया अधिकारियों को निर्देश
पूर्णिया. जिला पदाधिकारी कुन्दन कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को प्रज्ञान सभागार में जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक में जिले में डीएपी उवर्रक की कमी पर चिंता जतायी गयी. जिला पदाधिकारी ने आगामी रबी फसल को देखते हुए उर्वरक की आवश्यकता के अनुरूप उपलब्धता प्राप्त करने के लिए विभागीय पत्राचार करने का निर्देश दिया ताकि कृषकों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े. इस बैठक में में सदर विधायक विजय खेमका, अमौर विधायक मो अखतरूल इमान, बायसी विधायक सैयद रूकनुद्दीन, उप विकास आयुक्त साहिला, जिला कृषि पदाधिकारी आदि उपस्थित थे. बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि खरीफ 2024 में कुल आच्छादित रकवा 113968 हे. है. इसमें धान 108218 हे., खरीफ मक्का 3894 हे. दलहन 935 हे.,तेलहन 178 हे. तथा बाजरा एवं अन्य मिलेट्स 743 हे. शामिल है. इन फसलों केआच्छादन के लिए यूरिया पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है परन्तु डीएपी 11000 मेट्रिक टन की आवश्यकता है. इसमें मात्र 4145 मैट्रिक टन जिला को प्राप्त हुआ है. बैठक में डीएपी की कमी पर सदस्यों ने चिंता जतायी और इसके लिए ठोस पहल करने की जरूरत पर बल दिया. सदर विधायक विजय खेमका ने सुझाव दिया कि प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर कैम्प लगाकर नैनो यूरिया और नैनों डीएपी, एन.पी.के. एवं विभाग के सभी योजनाओं के बारे में प्रचार-प्रसार किसान सलाहकार और कृषि समन्वयक द्वारा करायी जाये. बायसी विधायक सैयद रूकनुद्दीन ने सुझाव दिया कि पंचायत कृषि कार्यालय में कर्मी की उपस्थिति सुनिश्चित करायें ताकि किसानों को उर्वरक के संबंध में स-समय जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सके. फोटो. 29 पूर्णिया 15- बैठक की अध्यक्षता करते डीएमडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है