पूर्णिया. सांसद पप्पू यादव को केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ने पूर्णिया एयरपोर्ट व रानीपतरा सर्वोदय आश्रम के पुनरुद्धार के संबंध में पत्र लिखा है. इन पत्रों में विकास योजनाओं को आगे बढ़ाने के आश्वासन के साथ प्रगति की जानकारी दी गयी है. सांसद पप्पू यादव को नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने अपने पत्र में बताया कि पूर्णिया एयरपोर्ट पर अंतरिम टर्मिनल भवन के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. बिहार सरकार द्वारा अधिग्रहित 52.18 एकड़ भूमि पर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआइ) द्वारा निविदा जारी की गयी है, इसकी तकनीकी बोली जल्द खोली जायेगी. मंत्री ने कहा कि पूर्णिया एयरपोर्ट पर दरभंगा की तर्ज पर वायु सेवा बहाल करने की दिशा में यह कदम महत्वपूर्ण होगा.वहीं, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी ने अपने पत्र में रानीपतरा सर्वोदय आश्रम के ऐतिहासिक महत्व को स्वीकार करते हुए इसके पुनरुद्धार के लिए कार्यवाही शुरू करने का आश्वासन दिया है. उन्होंने बताया कि सांसद पप्पू यादव द्वारा दिये गये प्रस्ताव को संबंधित अधिकारियों के पास भेजा गया है. सांसद पप्पू यादव ने कहा कि पूर्णिया एयरपोर्ट की वायु सेवा बहाली से सीमांचल क्षेत्र के लोगों को आवागमन की सुविधा मिलेगी.वहीं, रानीपतरा सर्वोदय आश्रम के पुनरुद्धार से हजारों लोगों को रोजगार मिलने का मार्ग प्रशस्त होगा.
रानीपतरा सर्वोदय आश्रम का है ऐतिहासिक महत्व
इससे पूर्व सांसद ने पत्र लिख कर केन्द्रीय मंत्री को रानीपतरा सर्वोदय आश्रम के ऐतिहासिक महत्व के बारे में बताया था और लिखा था कि 1980 के दशक तक इस आश्रम का सालाना कारोबार 1.5 करोड़ रुपये तक था. यह खादी ग्रामोद्योग का सेंट्रल गोदाम था और इसमें 22 से अधिक उद्योग चलते थे, जिनमें रेशम, खादी वस्त्र, जुट, तेल पेराई, चर्म और बेंत के काम शामिल थे. आश्रम के उत्पाद केवल बिहार ही नहीं, बल्कि कश्मीर, राजस्थान, पंजाब और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भी प्रसिद्ध थे. आश्रम में बिनोबा भावे, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, जयप्रकाश नारायण, और गुलजारीलाल नंदा जैसे स्वतंत्रता सेनानियों का आगमन हुआ था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है