पूर्णिया में कोरोनो के खतरे से जूझ रहे जिले वासियों के लिए राहत की खबर है. अब जल्द ही कोराना से बचाव को लेकर टीकाकरण का कार्य शुरू कर दिया जायेगा. टीकाकरण का कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जायेगा, ताकि जन स्वास्थ्य की बेहतर तरीके से देखभाल की जा सके. सर्वप्रथम स्वास्थ्य सेवा से जुड़े व्यक्ति को टीकाकरण से आच्छादित करने की योजना है. इसके मद्देनजर प्रथम चरण के टीकाकरण के लिए जिले में अभी तक 6074 व्यक्ति का डेटाबेस तैयार हुआ है.
प्रथम चरण के टीकाकरण को क्रियान्वित करने को लेकर जिला पदाधिकारी राहुल कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में कोरोना वैक्सिनेशन पर टास्क फोर्स की बैठक की गयी. इस बैठक में जिलाधिकारी राहुल कुमार ने संबंधित अधिकारियों से अहम जानकारी ली और तदनुसार अग्रेतर कदम उठाने के निर्देश भी दिये. बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष क्रांति देवी, सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा, अपर समाहर्ता तारिक इकबाल, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस सी पासवान, सभी पीएचसी के प्रभारी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
कोरोना वैक्सिनेशन पर टास्क फोर्स की बैठक में जिलाधिकारी राहुल कुमार ने स्पष्ट कर दिया कि टीकाकरण के कार्य को सफलीभूत बनाने की दिशा में सभी विभागों की भूमिका सुनिश्चित की जायेगी. जिस प्रकार से लॉकडाउन की अवधि और उसके बाद से खासकर कोविड गाइडलाइन के अनुपालन में लगभग सभी विभागों ने अपने स्तर से भूमिका निभायी, उसी प्रकार से टीकाकरण की तैयारी, टीकाकरण के काल और उसके बाद की मॉनीटरिंग में भी विभिन्न विभागों को सक्रिय सहयोग करने के लिए जिलाधिकारी राहुल कुमार ने अभी से ताकीद कर दिया है.
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कोरोना वैक्सिनेशन पर टास्क फोर्स की बैठक में जिले में कोरोना वेक्सिनेशन का कार्य चरणबद्ध तरीके से करने की रणनीति पर खासकर चर्चा की गयी. रणनीति के दौरान यह बात सामने आयी कि एक प्रशिक्षित कर्मी 100 लोगों को टीकाकरण करेगा. उसके साथ एक आशा कर्मी एवं एक आंगनबाड़ी सेविका रहेगी. टीकाकरण के बाद उस व्यक्ति को 30 मिनट तक निगरानी में रखना है. जिला पदाधिकारी ने प्रखंड स्तर पर टास्क फोर्स का गठन करने और कर्मियों को प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया.
टास्क फोर्स की बैठक के बाद प्रशासन की ओर से जानकारी दी गयी कि अभी टीकाकरण 18 वर्ष के नीचे के व्यक्तियों का नहीं किया जाना है. इसे लेकर व्यापक प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया गया है. इसका मकसद है कि लोगों को सही जानकारी मिल सके. असल में प्रशासन की मंशा है कि जब टीकाकरण शुरू हो तो लोग पूरी तरह से जागरूक रहें कि किन्हें टीका लगना है और किन्हें नहीं. जागरूकता के बदौलत प्रशासन इस बहुप्रतीक्षित टीकाकरण को अमलीजामा पहनाने के इरादे से अभियान की शुरुआत करेगा.
Posted by : Thakur Shaktilochan