साफ-सफाई व्यवस्था पर सवाल करनेवालों पर पार्षद ने जतायी आपत्ति
सदस्य आशा महतो एवं स्वपन घोष ने संयुक्त रूप से कहीं
पूर्णिया. वार्डों में साफ-सफाई का कार्य लगातार हो रहा है. साफ-सफाई व्यवस्था पर कुछ वार्ड पार्षदों का जो बयान आया है, वह तथ्य से परे एवं जानकारी के अभाव में दिया हुआ बयान प्रतीत होता है. ऐसे वार्ड पार्षदों से आग्रह होगा कि वे बयान देने से पहले तथ्यों और नियमों से वाकिफ हो जाए. उक्त बातें सशक्त स्थायी समिति के पदेन सदस्य आशा महतो एवं स्वपन घोष ने संयुक्त रूप से कहीं. वार्ड पार्षद सह सशक्त स्थायी समिति की सदस्य आशा महतो ने कहा कि जहां तक सफाई कार्य से जुड़े एनजीओ को निगम द्वारा संसाधन उपलब्ध कराने का सवाल है तो यह संसाधन उसे मुफ्त में उपलब्ध नहीं कराया जाता है. बदले में एनजीओ सरकारी दर पर निगम को संसाधनों का भाड़ा देती है. वहीं वार्ड पार्षद सह सशक्त स्थायी समिति के सदस्य स्वपन घोष ने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि पहले साफ-सफाई की व्यवस्था अभी से बेहतर थी. यह अतार्किक बातें है, ऐसी बातें वही लोग कर रहे हैं जो बेहतर सफाई व्यवस्था नहीं चाहते हैं. जब हर वार्ड में संसाधन बढ़ाया गया है, मजदूर भी बढ़ाया गया है तो फिर सफाई व्यवस्था पहले से कमजोर कैसे हो गई? सशक्त समिति और बोर्ड भी सफाई व्यवस्था पर नजर बनाए हुए है. सफाई व्यवस्था संतोषजनक नहीं रहने पर उसकी राशि में लगातार कटौती हो रही है. पार्षद द्वेय ने सभी पार्षदों से आग्रह करते हुए कहा कि धैर्य रखें, व्यवस्था को बेहतर बनाने में सहयोग करें, निश्चित रूप से व्यवस्था संतोषजनक होगी.
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