शार्प शूटरों ने की थी सीएसपी संचालक की हत्या, 3 नॉट में ताबड़तोड़ लोड कर चलायी 11 गोलियां
पूर्णिया में शुक्रवार को पुलिस सुरक्षा में बैंक से निकले सीएसपी संचालक की हत्या करने वाला शार्प शूटर था. मृतक के शरीर से चार गोलियां निकलीं और 4-5 गोलियां सिर में फंस गईं है. शूटरों ने तीन नॉट में 11 गोलियां लोड कर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी.
Bihar News : पूर्णिया के बनमनखी में शुक्रवार (17 मई) को पुलिस सुरक्षा में बैंक से निकले सीएसपी संचालक सुभाष मिश्रा को गोलियों से भूनकर पांच लाख लूटकांड के उद्भेदन में पुलिस ने अपनी सारी ऊर्जा झोंक दी है. प्रारंभिक जांच में पुलिस को यह यकीन हो गया है कि सीएसपी संचालक को मारनेवाले शार्प शूटर ही थे. दो अपाचे बाइक से आये चार अपराधियों ने थ्री नॉट से एक के बाद एक 315 की 11 गोलियां चलायी. पुलिस का मानना है कि थ्री नॉट में तुरंत-तुरंत लोड कर गोलियां चलाने का काम शार्प शूटर ही कर सकते हैं.
एसडीपीओ हुलास कुमार ने बताया कि शुक्रवार को गोलीबारी व हत्या के मामले में घटनास्थल से थ्री फिफ्टीन का चार खोखा बरामद हुआ है. एक थ्री फिफ्टीन की खून से सना गोली बरामद हुई है. जो शरीर का आर-पार किया हुआ खून से सनी गोली है. पोस्टमार्टम में मृतक के शरीर से चार गोली निकाली गयी है और चार से पांच गोली सिर में अटकी पड़ी है. जो गोली निकलने के लिए सिर को फाड़ना पड़ता.
इसके अलावे चौकीदार गुलाबचंद्र ऋषि ने अपने फर्द बयान में कहा था कि दो हवाई फायरिंग अपराधियों के द्वारा घटनास्थल पर की गयी थी और एक गोली मेरे कान को छू कर निकल गयी थी. एसडीपीओ हुलास कुमार ने कहा कि बहुत जल्द ही अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा.
दो अपाचे बाइक से थे चार अपराधी
बीते 17 मई को पुलिस सुरक्षा में बैंक से निकले सीएसपी संचालक सुभाष मिश्रा को गोलियों से भूनकर पांच लाख लूट मामले में चौकीदार गुलाब चंद्र ऋषि ने पुलिस के सामने फर्द बयान दिया. जानकारी के अनुसार, चौकीदार गुलाब चंद्र ऋषि ने अपने फर्द बयान में बताया कि दिन के 3:15 बजे हृदयनगर के आगे रसाढ़ रोड पर सुनसान जगह पाते ही दो अपाचे बाइक पर सवार चार अपराधी ने पीछा किया.
एक बाइक पर सवार दो अपराधी ने हमलोगों को ओवरटेक कर बाइक मोड़ कर सामने खड़ी कर दी. अपराधियों ने पहले रुकने को कहा पर नहीं रुकने पर गोलीबारी शुरू कर दी. पहली दो गोली में एक गोली मृतक के हाथ को छूकर निकल गयी. फिर एक गोली चलायी जो मेरे कान को छूते निकल गयी. इसके बाद दनादन गोलियों की बरसात कर दी. चारों अपराधी 20 से 30 वर्ष के थे.
घटना के वक्त दूसरे चौकीदार के बदले था उसका पुत्र
सीएसपी संचालक सुभाष मिश्रा को स्कॉट करने के लिए दो चौकीदार की डयूटी लगायी गयी थी. हालांकि एक चौकीदार के बदले उसका पुत्र साथ में था. एसडीपीओ हुलास कुमार ने बताया कि दूसरे चौकीदार के अस्वस्थ रहने के कारण उसके पुत्र के साथ होने की बात सामने आयी है. इस बारे में इंस्पेक्टर से रिपोर्ट ली जा रही है.
इधर, चौकीदार गुलाबचंद्र ऋषि ने अपने फर्द बयान में बताया कि मैं और धर्म लाल पासवान चौकीदार बेच नंबर 6/1 का पुत्र संजय पासवान 17 मई को 3 बजे दिन में मृतक एसबीआई सीएसपी संचालक सुभाष मिश्रा के साथ स्कॉट करते हरमुढ़ी पंचायत के रसाढ़ गांव जा रहे थे. मैं मृतक की ग्लैमर बाइक के पीछे बैठे थे और चौकीदार पुत्र संजय पासवान अन्य बाइक पर सवार होकर साथ-साथ चल रहे थे. एसडीपीओ हुलास कुमार ने बताया कि बनमनखी पुलिस बारीकी से अनुसंधान कर रही है. इसमें जो भी दोषी पाये जाएंगे. उसे बख्शा नहीं जायेगा.
जान बचाकर भागे दोनों, फिर थाना को किया सूचित
चौकीदार गुलाबचंद्र ऋषि के फर्द बयान के अनुसार, अपराधियों ने जब दनादन गोलियां बरसानी शुरू कर दी तो अपनी जान बचा कर वहां से दोनों भाग निकले और फोन के माध्यम से थाना को घटना की सूचना दी. इसके बाद हमलोग थाना आ गये.
सात साल में सीएसपी संचालक पर यह था चौथा अटेंप्ट
मृतक सीएसपी संचालक सुभाष मिश्रा के भाई विकास मिश्रा ने बताया कि पूर्व में भी मेरे भाई के साथ तीन बार घटना घटी थी. तीनों बार बनमनखी थाना को आवेदन दिया गया था.
पहली घटना 2017 में हुई थी जिसमें 3.25 लाख की लूट हुई थी. इसका कांड नंबर 201/17 है. इस कांड में धारा 356,379 लगाया गया था .
दूसरी घटना हृदय नगर रसाड रोड स्थित नहर पर 2020 में 3 से 4 बजे के बीच हुई थी. इसमें अपराधियों से संचालक की हाथापायी में रुपया बच गया था.
तीसरी घटना भी हृदय नगर समीप नहर पर 11.07.2022 में हुई थी जिसमें अपराधियों ने गोली चलायी थी. जो पेट के पंजरे को छूकर निकल गयी थी. इस घटना में मेरे भाई संचालक सुभाष मिश्रा से 1.50 लाख की लूट हुई थी.
इन सभी घटना में बनमनखी थाना को आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगायी थी. एसडीपीओ हुलास कुमार ने बताया कि मृतक सीएसपी संचालक सुभाष मिश्रा के साथ 2017 में हुई घटना को लेकर थाने में केस दर्ज है.
रोजाना आठ से 10 लाख तक करते थे निकासी
परिजनों ने बताया कि सीएसपी संचालक सुभाष मिश्रा प्रत्येक दिन आठ से 10 लाख रुपये की एसबीआई से निकासी करते थे. बिना स्कॉट के घर नहीं आते थे. बीते 17 मई को बैंक से पांच लाख की निकासी की थी.
टेक्निकल टीम जांच में कर रही मदद
बनमनखी पुलिस को पूर्णिया से आयी टेक्निकल टीम मदद कर रही है. अनुसंधान में बनमनखी थाना, जानकीनगर थाना, सरसी थाना, अररिया जिले के रानीगंज थाना और भरगामा थाना की पुलिस भी जुटी हुई है. एसडीपीओ हुलास कुमार खुद मॉनिटरिंग कर रहें हैं. धर-पकड़ के लिए छापेमारी तेज कर दी गयी है. छोटे से छोटे बिंदु पर पुलिस अनुसंधान कर रही है.
जब मासूम बेटे ने सीएसपी संचालक को दी मुखाग्नि तो रो पड़ा पूरा बनमनखी
अपराधियों की गोलियों से छलनी हुए सीएसपी संचालक सुभाष मिश्रा को जब 12 साल के मासूम बेटे सत्यम कुमार ने मुखाग्नि दी तो पूरा बनमनखी रो पड़ा. इससे पहले बनमनखी के हरिमूढ़ी पंचायत के रसाढ़ गांव में मृतक सीएसपी संचालक सुभाष मिश्रा का शव पोस्टमार्टम के बाद लाया गया. मृतक का शव गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया. पूरा गांव में मातम पसर गया.
मृतक की पत्नी बच्चे और परिजन मृतक के शव से लिपट कर दहाड़ मारकर रोने लगे. मृतक की पत्नी बार बार बेहोश हो जाती थी. मृतक की शव यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए. मृतक सीएसपी संचालक सुभाष मिश्रा के 12 वर्षीय पुत्र सत्यम कुमार ने अपने पिता को मुखाग्नि दी. परिजनों की करुण रूदन से माहौल और गमगीन हो गया. सभी के आखों में आंसू निकलते रहे. हृदय विदारक घटना ने सबको झकझोर दिया.
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