Bihar News: पूर्णिया में साइबर अपराध का नया तरीका, बिजली उपभोक्ता निशाने पर, अपराधी उड़ा रहे रुपये
पूर्णिया शहरी क्षेत्र में बिजली का प्रीपेड मीटर लगाए जाने के बाद साइबर अपराधियों ने ठगी का एक नया और नायाब नुस्खा निकाला है. साइबर अपराधियों द्वारा उपभोक्ताओं को बिजली बिल बकाया होने के मैसेज के साथ एक मोबाइल नंबर और बिल जमा करने का लिंक भेजा जा रहा है.
पूर्णिया शहरी क्षेत्र में बिजली का प्रीपेड मीटर लगाए जाने के बाद साइबर अपराधियों ने ठगी का एक नया और नायाब नुस्खा निकाला है. ये अपराधी अब विद्युत उपभोक्ताओं को अपना निशाना बनाने की जुगत में लगे हैं. साइबर अपराधी तरह-तरह के हथकंडे अपना कर लोगों की कमाई पर हाथ साफ करने के मुहिम चला रहे हैं.
मोबाइल नंबर और बिल जमा करने का लिंक भेजा जा रहाये साइबर अपराधी मौसम के अनुसार अपना मकड़जाल फैला रहे हैं. इस महीने जिले के शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के करीब एक दर्जन से अधिक बिजली उपभोक्ताओं के पास साइबर अपराधियों का मैसेज आ चुका है. साइबर अपराधियों द्वारा उपभोक्ताओं को बिजली बिल बकाया होने के मैसेज के साथ एक मोबाइल नंबर और बिल जमा करने का लिंक भेजा जा रहा है. इसके साथ ही यह भी चेतावनी दी जा रही है कि बिजली बिल एक सीमित अवधि तक जमा नहीं करने पर कनेक्शन काट दिया जायेगा.
मैसेज में दिये गये नंबर पर कॉल करने पर फोन काट दिया जाता है और फिर एक मैसेज भेजा जाता है कि आप दिये गये लिंक से पैसे जमा कीजिए. लिंक के जरिए उपभोक्ताओं से ओटीपी भी लिया जाता है. इसके बाद उनके बैंक अकाउंट से अपराधियों द्वारा पैसा निकाल लिया जाता है.
उपभोक्ता बिजली कट के डर से झांसे में आ जाते हैंसाइबर अपराधी द्वारा बिजली उपभोक्ताओं को यह मैसेज आ रहा है कि आपका बिजली कनेक्शन आज रात 9:30 बजे कट जायेगा. क्योंकि आपका पिछला बिजली बिल अपडेट नहीं हुआ है. कृपया तुरंत बिजली अफसर के नंबर पर संपर्क करिए. अपराधी का यह पूरा मैसेज इंग्लिश में होता है. बिजली उपभोक्ता बिजली कट के डर से साइबर अपराधी के झांसे में आ जाते हैं. हालांकि कई बिजली उपभोक्ता साइबर अपराधी द्वारा किये गये मैसेज पर ध्यान नहीं देकर केस पुलिस से शिकायत करने की बात कही है.
Also Read: Bihar News: जमुई पुलिस का जंगली इलाके में छापेमारी अभियान, रेडियो सेट, नक्सल पोशाक व साहित्य बरामद रिचार्ज के नाम पर उपभोक्ताओं को फंसाने का प्रयासशहर के शारदानगर के निवासी मनीष कुमार ने बिजली कट जाने के भय से आनन-फानन में साइबर अपराधी द्वारा किये गये मैसेज में दिये गये नंबर पर कॉल किया. लेकिन, उधर से फोन काट दिया गया. पुनः उनके नंबर पर फिर से एक मैसेज भेजा जाता है कि आप जल्द से जल्द दिये गये लिंक से पैसे जमा कर दीजिए.
बिजली कंपनी द्वारा इस प्रकार मैसेज नहीं भेजा जाता हैलेकिन शिक्षित मनीष चौकन्ने हो गये और जब उन्होंने पता किया तो बिजली कंपनी द्वारा बताया गया कि इस प्रकार से उपभोक्ताओं को मैसेज नहीं भेजा जाता है. इसके बाद मनीष सावधान हो गया और साइबर अपराधी के झांसे में आने से बच गया. मनीष का कहना है उनके पास बिजली कंपनी का कर्मी बन कर बकाया बिजली बिल जमा करने की बात कही गयी थी. बिजली बिल जमा नहीं होने पर रात के 9:30 बजे बिजली कट करने की चेतावनी भी दी गई थी.
बिजली कंपनी के अधिकारी सतर्कजानकारी के मुताबिक स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के बाद से रिचार्ज के नाम पर जिले में में भी उपभोक्ताओं को फंसाने का प्रयास साइबर ठगों द्वारा शुरू कर दिया गया है. इससे बिजली विभाग के होश उड़ गए हैं. साइबर अपराधी के फ्रॉड कॉल आने के बाद बिजली कंपनी के अधिकारी सतर्क हो गये हैं और बिजली उपभोक्ताओं को साइबर अपराधी के झांसे में नहीं आने की बात कही है.
मीडिया के जरिये जागरूकताइसके लिए बिजली कंपनी उपभोक्ताओं को मीडिया के जरिये जागरूक कर रही है. बिजली कंपनी ने उपभोक्ताओं को ऐसे फ्रॉड मैसेज करने वाले लोगों से सावधान रहने की सलाह दी है. बिजली कंपनी ने कहा है कि वे ऐसे मैसेज से सतर्क रहें. ऐसी किसी भी जानकारी के लिए स्थानीय बिजली विभाग के कार्यालय से तुरंत संपर्क करें.