वरिष्ठ अधिवक्ता राजेंद्र प्रसाद चौधरी का निधन, पूर्णिया कोर्ट में शोक की लहर
Rajendra Prasad Chaudhary Death:पूर्णिया कोर्ट के प्रतिष्ठित अधिवक्ता और बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद चौधरी का पटना में निधन. उनके निधन से न्यायिक समुदाय में गहरा शोक व्याप्त है.
Rajendra Prasad Chaudhary Death: पूर्णिया बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता राजेंद्र प्रसाद चौधरी का निधन पटना में इलाज के दौरान हो गया. पूर्णिया सिविल कोर्ट में लगभग 55 वर्षों से अधिक एक प्रतिष्ठित अधिवक्ता के रूप में उन्होंने काम किया. अपनी निष्ठा, लगन और मृदु स्वभाव के कारण पूर्णिया बार एसोसिएशन के लगातार दो बार सचिव और दो बार अध्यक्ष भी रहे. 85 वर्ष की उम्र में इस दुनियां को अलविदा कहने वाले श्री चौधरी ने अपने वकालत पेशा में किसी को भी अपने व्यवहार से आहत नहीं होने दिया.वह अपने पीछे पत्नी राजकुमारी देवी तथा तीन पुत्र क्रमश: मुकेश चौधरी, सरोज चौधरी और संजय चौधरी को छोड़ गये हैं. उनके निधन की सूचना मिलते ही गुरूवार को सिविल कोर्ट में शोक की लहर दौड़ गयी.
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अधिवक्ता संघ ने न्यायिक कार्य से अपने आप को अलग करने की घोषणा की.साथ ही दोपहर मीटिंग हॉल में उनके मृत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अवधेश कुमार तिवारी और सचिव सुमन जी प्रकाश भी मौजूद थे. इधर, जिला एवं सत्र न्यायाधीश पुरुषोत्तम मिश्र की अध्यक्षता में जिला जज के न्यायिक कक्ष में भी सभी न्यायिक अधिकारियों ने दो मिनट का मौन रखकर मृत आत्मा के शांति के लिए प्रार्थना की तथा उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की.अधिवक्ताओं ने एक स्वर से राजेंद्र प्रसाद चौधरी द्वारा किये गये कार्यों की तारीफ करते हुए कहा कि राजेंद्र बाबू बहुत ही नेक दिल इंसान थे और अध्यक्ष के रूप में उनका कार्यकाल भुलाया नहीं जा सकता. ऐसे व्यक्ति के निधन से एक युग का अंत हो गया.
Rajendra Prasad Chaudhary Death:सभी के चहेते थे राजेंद्र बाबू : पंकज कुमार
स्वामी सहजानंद सरस्वती विचार मंच के जिला सचिव पंकज कुमार ने अधिवक्ता राजेंद्र प्रसाद चौधरी के निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त ही है. उन्होने कहा कि स्व. चौधरी पूर्णिया सिविल कोर्ट को लगभग 55 वर्षों से अधिक सेवा दी और इस दौरान क्या अमीर क्या गरीब ,सबों के एक समान व्यवहार ,सभी वर्गों में अपनी पहचान,सबके चहेते बने हुए थे.इनकी स्कूली शिक्षा नौगछिया के तुलसीपुर हाई स्कूल में हुई जहां से 1959 में इन्होंने मैट्रिक परीक्षा पास की.
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तदोपरांत भागलपुर के टीएनबी कॉलेज से स्नातक और उसके बाद एलएलबी करके पूर्णिया सिविल कोर्ट में प्रेक्टिस शुरू की. ये मूलतः पूर्णियां जिला के बनमनखी विधानसभा अनर्गत औराही गांव के निवासी थे. राजेन्द्र बाबू के इस दुनियां से का हम सबों को दुख है.ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके चाहने वालों को दुख की इस घड़ी में सहन शक्ति प्रदान करेंफोटो-29 पूर्णिया 10-राजेंद्र प्रसाद चौधरी का फाइल फोटो