पीजी प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा में हंगामे के पीछे नामांकन में देरी
पीजी प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा में हंगामे के पीछे नामांकन में देरी की बात सामने आयी है.
पूर्णिया. पीजी प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा में हंगामे के पीछे नामांकन में देरी की बात सामने आयी है. दरअसल, विवि परीक्षा विभाग पर यह दबाव है कि सत्र नियमित रखने के लिए वह समय पर परीक्षा ले और परीक्षाफल दे. जबकि इसी प्रकार से समय पर नामांकन शुरू कराने और कक्षा प्रारंभ कराने दबाव विवि नामांकन समिति पर नदारद है. इसके कारण नामांकन का कार्य काफी लंबा खिंच जाता है. जबकि परीक्षा विभाग निर्धारित कैलेंडर के अनुसार परीक्षा लेना शुरू कर देता है. ऐसे में बड़ी संख्या में ऐसे भी छात्र-छात्रा होते हैं जिनका नामांकन अंतिम चरण में होता है और वे बिना कक्षा की सूरत देखे सीधे परीक्षा में शामिल हो जाते हैं. ऐसा ही पीजी प्रथम सेमेस्टर सत्र 2024-2026 में भी होने का आरोप छात्र-छात्रा लगा रहे हैं. बीते 5 फरवरी को पीजी प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा में पूर्णिया महिला कॉलेज केंद्र पर एक परीक्षार्थी को चिट-पुर्जा के साथ पकड़ लिया गया. उस परीक्षार्थी ने लिखित में आवेदन देकर खुद यह कबूल किया कि उसके पास चिट-पुर्जा था. . यह अपने आप में हैरान करनेवाली बात है कि कोई परीक्षार्थी लिखित में कबूल करे कि वह चिट-पुर्जा लेकर आया था. पीजी फर्स्ट सेमेस्टर के परीक्षार्थी सह छात्र नेता सौरभ कुमार ने भी पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो विवेकानंद सिंह के संज्ञान में पीजी सत्र 2024-2026 पीजी प्रथम सेमेस्टर दिसंबर 2024 के परीक्षार्थियों की समस्याओं पर ध्यान आकृष्ट कराया है. इसमें आरोप है कि बिना सिलेबस पूरा कराये, बिना वर्ग करवायें पीजी फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा ली जा रही है. फिलहाल, नये कुलपति प्रो. विवेकानंद सिंह विभिन्न स्तरों से आ रहे सुझावों और शिकायतों पर समेकित कार्य कर रहे हैं. निकट भविष्य में छात्रहित में ठोस समाधान आने की संभावना है.
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