संथाली भाषा में शिक्षकों की नियुक्ति की उठायी मांग
बीकोठी
प्रतिनिधि, बीकोठी. प्रखंड के लतराहा पंचायत में शुक्रवार को आदिवासी कदम टोला वाडं 7 में आदिवासी सेंगेल अभियान के बैनर तले पूर्णिया जिला अनुमंडल परगाना मोहन कुमार सोरेन की अध्यक्षता में विश्व आदिवासी दिवस को संकल्प दिवस के रूप में मनाया गया. इस अवसर पर बिहार प्रदेश महासचिव प्रधान मुर्मू ने सभा में कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने देश दुनिया में बदहाल आदिवासियों की अस्तित्व पहचान संवर्धन और संरक्षण के उद्देश्य से विश्व आदिवासी दिवस घोषित किया. यह दिवस नाचने-गाने का अवसर नहीं बल्कि अस्तित्व, पहचान और हिस्सेदारी संवैधानिक मूल अधिकारों की रक्षा करने के उद्देश्य से आगे बढ़ने का दिन है. वास्तव में झारखंड सहित देश-दुनिया में आदिवासी बदहाल हैं. संयुक्त राष्ट्र संघ ने 9 अगस्त 1982 को जेनेवा में सर्वप्रथम आदिवासियों के मानवीय अधिकारों पर चर्चा की थी. आदिवासी भाषाओं को खतरा पर चिंता जतायी थी. संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल मान्यता प्राप्त संथाली भाषा में केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से टीचरों की नियुक्ति अविलंब और पठन-पाठन के क्षेत्र में विस्तार लाना चाहिए. उन्होंने अन्य मांगों पर भी प्रकाश डाला. मौके पर अनुमंडल परगाना मोहन सोरेन, शिवनंदन टुडू, प्रखंड अध्यक्ष चन्द्र किशोर हेंम्ब्रम, प्रखंड परगाना अनिल मुर्मू, जिला महासचिव सुरेंद्र मुर्मू, मधेपुरा जिला अध्यक्ष अंनतलाल बस्की,महिला मोर्चा सुनिता हेंम्ब्रम, कृष्णा मुर्मू आदि मौजूद थे. फोटो. 10 पूर्णिया 10- मौके पर उपस्थित आदिवासी सेंगल अभियान के कार्यकर्ता
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