जिले में डेंगू ने दी दस्तक, दो मरीजों की पुष्टि होने के बाद अलर्ट हुआ स्वास्थ्य विभाग

अलर्ट हुआ स्वास्थ्य विभाग

By Prabhat Khabar News Desk | July 23, 2024 6:35 PM

डीएम ने पूर्व में ही बचाव करने और जनजागरूकता अभियान का दिया था निर्देश

जीएमसीएच में आनन फानन में डेंगू पीड़ितों के लिए सुनिश्चित किये अतिरिक्त बेड पूर्णिया. डेंगू के संक्रमण का फैलाव अब सिर्फ महानगरों तक ही सिमित नहीं रहा. अब तो छोटे शहरों कस्बों और गांव तक डेंगू ने अपने पैर पसार लिये हैं. आलम यह है कि प्रत्येक वर्ष बरसात के दिनों में इसके फैलने का खतरा बढ़ जाता है. ख़ास तौर पर विशेष मौकों पर दूर दराज के नगरों, महानगरों से अपने घर लौटे लोगों द्वारा इसके प्रसार की प्रबल संभावनाएं होतीं हैं. हाल ही में जिले में दो मरीजों में डेंगू के मामले पॉजिटिव पाये जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग बेहद सक्रिय हो गया है. इसकी ख़ास वजह यह भी है कि इन दोनों ही मरीजों का हाल फिलहाल में किसी प्रकार की कोई ट्रेवल हिस्ट्री भी नहीं है. चिकित्सकों के अनुसार डेंगू बुखार एक रोग है जो डेंगू वायरस से संक्रमित मच्छर के काटने से फैलती है. यह एक विशेष प्रकार के एडीस मच्छर से फैलने वाला संक्रमण है. यह मच्छर जब किसी डेंगू पीड़ित मरीज को काटने के बाद किसी स्वस्थ मरीज को काटती है तो संक्रमण का फैलाव होने लगता है. कई मामलों में इसके हल्के से लेकर गंभीर असर वाले मामले भी होते हैं. आम तौर पर इसके लक्षण फ़्लू से मिलते जुलते हैं. डेंगू बुखार में मरीज के खून में प्लेटलेट्स की संख्या काफी कम हो जाती है. डेंगू संक्रमण के कई लक्षण शरीर पर दिखाई पड़ते हैं इनमें तेज बुखार, उल्टी, पूरे शरीर में अत्यधिक दर्द प्रमुख हैं. लेकिन सिर्फ लक्षणों के आधार पर ही डेंगू का संक्रमण नहीं माना जा सकता इसके लिए रक्त की जांच जरुरी है. रैपिड एंटीजेन और एलिजा टेस्ट के द्वारा इसकी पहचान की जाती है. परहेज, दवा एवं पौष्टिक भोजन के द्वारा कुछ समय बाद मानव शरीर में डेंगू का प्रभाव धीरे धीरे समाप्त हो जाता है.

जीएमसीएच में डेंगू पीड़ितों के लिए अतिरक्त बेड

जिले में डेंगू के दो मरीजों की पहचान किये जाने के बाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में विशेष तैयारी की गयी है जिसमें डेंगू पीड़ितों के लिये दस बेड सुरक्षित रखे गये हैं जहां उनके आवासन एवं उपचार की व्यवस्था की गयी है. साथ ही जीएमसीएच में विशेष रूप से जलजमाव एवं साफ़ सफाई की व्यवस्था पर और भी ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. निचले भागों से जलनिकास के लिए पम्प की व्यवस्था की गयी है.

बोले चिकित्सक

डेंगू के संभावित खतरे को लेकर पहले से ही सतर्कता बरती जा रही थी. फिलहाल स्वच्छता व साफ़ सफाई पर और भी ज्यादा जोर दिया जा रहा है जलजमाव न हो इसके लिए विशेष रूप से वाटर पम्प की भी व्यवस्था की गयी है. डेंगू मरीजों के लिए ट्रॉमा सेंटर में दस बेड सुरक्षित रखे गये हैं. दूसरी ओर जांच के लिए रैपिड एंटीजेन किट और एलिजा टेस्ट सुविधा उपलब्ध है.

डॉ. भरत कुमार, उपाधीक्षक जीएमसीएच …………………..

दिशा निर्देश के अनुसार डेंगू मरीजों के लिए सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर दो-दो बेड की व्यवस्था की जा रही है वहीं अनुमंडल स्तर पर भी 5 बेड सुरक्षित रखे जायेंगे ताकि डेंगू पीड़ित लोगों का समुचित इलाज हो सके. हर हाल में रोग पर नियंत्रण पाते हुए लोगों को डेंगू रोग से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है.

डॉ. प्रमोद कुमार कनौजिया, सिविल सर्जन…………………….

जिन दो मरीजों में जांच के बाद डेंगू की पुष्टि हुई है उनमें से एक मंझली चौक मधुबनी निवासी हैं जबकि दूसरा मरीज पुलिस लाईन के निकट का है जिनका अपने घरों में ही सुरक्षित रहकर इलाज चल रहा है. इसके अलावा फिलहाल कोई अन्य मरीज डेंगू पीड़ित नहीं आये हैं हालात पर पूरी तरह से नजर रखी जा रही है. डॉ. नीरज कुमार निराला, एपिड़ेमोलोजिस्ट जीएमसीएच

बचाव के उपाय

– घरों और आसपास की साफ़ सफाई जरुरी है – कहीं भी जलजमाव न हो – एसी, कूलर, फ्रीज ट्रे आदि में पानी जमा न होने दें- सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग जरुर करें – मच्छर मक्खियों को पनपने से रोकें

डेंगू के संभावित लक्षण

– तेज बुखार का रहना, – मरीज को ठण्ड लगना – जोड़ों, पीठ, सिर, पेट या मांसपेशी में दर्द- त्वचा पर लाल चकत्ता अथवा धब्बा हो जाना – बार बार उल्टी का होना- थकान और बेचैनी होना- रक्तचाप का तेजी से गिरना

डेंगू होने पर मरीज का आहार विहार

– डेंगू की पुष्टि होने पर मरीज को आरामदायक स्थिति में रखने की जरुरत होती है – मरीज को मच्छरदानी के अन्दर रखें ताकि इसके वायरस को फैलने से रोका जा सके – मरीज को सुपाच्य भोजन ही देना चाहिए – शुद्ध पेयजल की पर्याप्त मात्रा का सेवन जरुरी है – ताजी सब्जियों के सूप, जूस, नींबू पानी, नारियल पानी लाभदायक हैं – संतरा, चुकंदर, पपीता एवं उसकी पत्तियों के रस का सेवन फायदेमंद है.……………..

फोटो- डेंगू का सांकेतिक फोटो

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