गेहूं खरीदारी को लेकर विभाग उदासीन, लक्ष्य पूरा करना विभाग के लिए असंभव
गेहूं खरीदारी को लेकर विभाग उदासीन लक्ष्य पूरा करना विभाग के लिए असंभव
पूर्णिया : गेंहू की खरीददारी के लिए मात्र 12 दिन शेष रह गये हैं. क्या इन शेष दिनों में लक्ष्य को पूरा करना संभव हो पाएगा? इसका माकूल जवाब किसी के पास नहीं है. दरअसल, जिले में गेंहू की खरीददारी के नाम पर सिर्फ खानापुरी हो रही है. गेहू की खरीददारी के लिए सरकार ने 15 अप्रैल से 15 जुलाई तक समय सीमा तय किया है.
विभागीय सुस्ती व पैक्स द्वारा खरीददारी में अभिरूचि नहीं लेने के कारण 76 दिन बीत जाने के बाद भी मात्र 28.650 मीट्रिक टन की खरीददारी हो पायी है. चालू वित्तीय वर्ष में जिले में 4000 मीट्रिक टन गेंहू की खरीददारी का लक्ष्य रखा गया है. लक्ष्य के विरुद्ध मात्र 14 दिन में गेहूं की खरीदारी करना अब संभव नहीं दिख रहा है.
जिले में सिर्फ दो प्रखंड बैसा में 27 मीट्रिक टन एवं कृत्यानंदनगर प्रखंड के 1.650 मीट्रिक टन की खरीददारी की गयी है जबकि वित्तीय वर्ष 2020-21 में गेहूं की अधिप्राप्ति के लिए 14 प्रखंड के 91 पैक्स को चयनित किये गये थे. सरकार ने किसानों के लिए गेहूं का समर्थन मूल्य दर 1,925 रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है. कहा जा रहा है कि किसान भी सरकारी रेट पर गेहूं बेचने को तैयार नहीं हो रहे हैं. उनका कहना है कि जब खुले बाजार में सरकार के समर्थन मूल्य से ज्यादा दाम मिल रहे हैं तब कोई क्यों पैक्स बेचने जाएगा.
पंजीकृत किसानों से गेहूं खरीदने के बाद 48 घंटे के अंदर पीएफएमएस माध्यम से भुगतान किया जाएगा. पैक्स गेहूं को संग्रहण केंद्र में जमा करते समय भुगतान करने का साक्ष्य बीसीओ से अभिप्रमाणित करवा कर निगम को सौंपेंगे.इसके आधार पर किसानों के खाता में राशि हस्तांतरित करने का प्रावधान है.