बैंकों के बेवजह विलंब किये जाने के मामले के लिए जांच कमेटी गठित
पूर्णिया. स्टार्टअप पूर्णिया के तहत उद्यमियों के ऋण स्वीकृत होने के बाद भी बैंकों द्वारा राशि देने में अनावश्यक विलंब किये जाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम कुंदन कुमार ने जांच के आदेश दिये हैं. इसके लिए सहायक समाहर्ता रोहित कर्दम (भा.प्र.स.) की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी गठित की गयी है. डीएम ने साफ तौर पर कहा है कि बिना किसी उचित कारण के आवेदन को रद्द नहीं करें. यदि कोई आवेदन रद्द किया जाता है तो रद्द करने का कारण से संबंधित विवरणी जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक भारतीय स्टेट बैंक को उपलब्ध करायें. ॠण हेतु आवेदन के साथ आवश्यक दस्तावेजों की चेक लिस्ट जिला उद्योग केंद्र को भी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया ताकि लोगों को अनावश्यक परेशानी नहीं हो. उन्होने दो टूक शब्दों कहा कि यदि बैंकों द्वारा बिना कारण के आवेदनों को लंबित रखा गया तो संबंधित के विरुद्ध वित्त सचिव को अनुशंसा के साथ अग्रेतर कार्रवाई के लिए पत्र प्रेषित किया जायेगा. डीएम ने सभी बैंक के शाखा प्रबंधक से कहा कि वे अपनी अंतरात्मा को जगायें. जिलाधिकारी ॠण स्वीकृति को लेकर लंबित बैंकों में आवेदनों के निष्पादन के लिए कैंप लगाकर शीघ्र नियमानुसार निष्पादन करने का निर्देश दिया. डीएम उद्योग विभाग बिहार पटना से संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे. बैठक में महा प्रबंधक जिला उद्योग केंद्र पूर्णिया एवं जिले के सभी बैंकों के क्षेत्रीय प्रबंधक एवं जिला समन्वयक मौजूद थे. बैठक में जिला पदाधिकारी ने स्टार्टअप पूर्णिया से संबंधित आवेदकों एवं उद्योग विभाग द्वारा संचालित अन्य योजनाओं से संबंधित आवेदकों से उद्यम स्थापित करने में आने वाली समस्याओं के बारे में पूछा. इसी क्रम में विजय कुमार धमदाहा ने बताया कि सेंट्रल बैंक द्वारा उनका ऋण पीएमईजीपी योजना के तहत स्वीकृत कर दिया गया है लेकिन ॠण राशि अभी तक वितरित नहीं की गई है. इसी प्रकार विपिणजय कुमार ने बताया कि आईडीबीआई बैंक के द्वारा उनके परियोजना आइसक्रीम एमएफजी हेतु उनके द्वारा पीएमएफएमई योजना के तहत किए गए आवेदन को 6 माह से बैंक में लंबित रखा गया है. हरदा की अरुणा कुमारी ने बताया कि पंजाब नेशनल बैंक मजरा शाखा द्वारा पीएमएफएमई योजना के तहत परियोजना कुरकुरे हेतु पूर्व में ऋण स्वीकृति प्रदान की गई थी लेकिन संबंधित शाखा प्रबंधक के स्थानांतरण के उपरांत आये वर्तमान शाखा प्रबंधक द्वारा आवेदन को बिना उचित कारण के रद्द करने से संबंधित पत्र मुझे दिया गया है. डीएम ने इसे गंभीरता से लेते हुए संबंधित बैंकों के समन्वयक को यथाशीघ्र संबंधित मामलों को निष्पादित करने का निर्देश दिया.पीएमईजीपी की उपलब्धि
द्वितीय वर्ष 2024 -25 में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) अंतर्गत जिले को कुल 516 का भौतिक लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके विरुद्ध अब तक कुल 412 आवेदन विभिन्न बैंक शाखों में अग्रसारित की गई है. इसमें 18 आवेदनों को बैंकों के द्वारा ऋण स्वीकृति दी गई है. 322 आवेदन बैंकों में लंबित है एवं 72 आवेदनों को बैंकों के द्वारा विभिन्न कारणों से रद्द कर दिया गया है.पीएमएफएमई की उपलब्धि
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उधम उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) अंतर्गत वित्तिय वर्ष 2024 -25 जिले को कुल 343 का भौतिक लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके विरुद्ध अब तक कुल 138 आवेदन विभिन्न बैंक शाखों में अग्रसारित की गई है। जिसमें 17 आवेदनों को बैंकों के द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है. 123 आवेदन बैंकों में लंबित है एवं चार आवेदनों को बैंकों के द्वारा विभिन्न कारणों से अस्वीकृत कर दिया गया है.फोटो. 15 पूर्णिया 12- बैठक की अध्यक्षता करते डीएम
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