साहित्य श्री सम्मान से सम्मानित हुए डॉ. चौधरी
वाणिज्य समिति धर्मशाला बिहारीगंज में प्रगतिशील लेखक संघ द्वारा आयोजित दिनकर साहित्य से संदर्भित परिचर्चा में साहित्यकार डॉ.केके चौधरी साहित्य श्री सम्मान से सम्मानित हुए.
पूर्णिया. वाणिज्य समिति धर्मशाला बिहारीगंज में प्रगतिशील लेखक संघ द्वारा आयोजित दिनकर साहित्य से संदर्भित परिचर्चा में साहित्यकार डॉ.केके चौधरी साहित्य श्री सम्मान से सम्मानित हुए. आयोजन में सर्व प्रथम प्रो. देव नारायण देव के संपादन तथा डॉ.के.के.चौधरी एवं डॉ.किशोर कुमार यादव के सह संपादन में नैतिक शिक्षा की प्रेरणादायक पुस्तक जियो तो ऐसे का लोकार्पण हुआ. प्रथम सत्र की अध्यक्षता प्रो. देव एवं बीएन एमयू के पूर्व कुलसचिव डॉ.शचीन्द्र महतो ने किया. हिंदी के विद्वान डॉ. विनय कुमार चौधरी बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे. वहीँ विशिष्ट अतिथि के रुप में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. के.के.चौधरी, डॉ.विश्वनाथ विवेका, डॉ. सिद्धेश्वर काश्यप एवं प्रो. मणिभूषण वर्मा थे. अतिथियों के उद्बोधन के क्रम में डॉ.केके चौधरी ने दिनकर विरचित उर्वशी, रश्मिरथी, कुरुक्षेत्र, संस्कृति के चार अध्याय पुस्तकों की पंक्तियों को उद्धृत किया. फिर द्वितीय सत्र में कवि सम्मेलन का उन्होंने ही संचालन किया. उनकी हिंदी सेवा एवं कार्यक्रमों के बेहतर प्रबंधन एवं संचालन हेतु उन्हें पुष्पमाल, प्रशस्ति पत्र, चादर आदि से सम्मानित किया गया. आमंत्रित कवियों में बाबा बैद्यनाथ, मंजुला उपाध्याय, सियाराम यादव मयंक, प्रो.किशोर कु.यादव, जय कांत पासवान, प्रो.अखिलेश कुमार, प्रवीण कुमार, स्नेहा किरण, ज्योत्स्ना कुमारी, जूली कुमारी, मनोज राय आदि प्रमुख थे.
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