नगर निगम के हर दिन हो रहे हजारों खर्च, खत्म होने का नाम नहीं ले रहा सफाई का काम
प्री मानसून की बारिश बजा रही खतरे की घंटी, हल्की बारिश से शहर में दिख रहा जल जमाव
पूर्णिया. सामने बरसात का मौसम देख नगर निगम ने युद्ध स्तर पर नालों की सफाई का अभियान शुरू किया है. यह अभियान पिछले एक माह से चल रहा है. निगम की कोशिश है कि इस साल शहर में जलजमाव न हो. इस अभियान के दौरान पिछले एक माह में निगम के लाखों से अधिक खर्च हो गये, हर दिन हो रही सफाई फिर भी सफाई का काम खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. इस अभियान में शहर के सभी वार्डों को शामिल किया गया है और अलग-अलग टीम सफाई अभियान में जुटी हुई है. यह अलग बात है कि इतना कुछ के बावजूद शहर वासियों को आशंका है कि मानसून आने पर यदि लगातार बारिश हुई तो परेशानी झेलनी पड़ सकती है. इधर, मेयर विभा कुमारी खुद भी बरसात पूर्व की तैयारियों के काम का जायजा ले रही हैं.
नालों से हटाया जा रहा है अतिक्रमण :
निगम ने इस बार बारिश के बाद जलजमाव नहीं हो, इसके लिए पूरी ताकत झोंक दी है. निगम के पास जितने भी संसाधन है उसे नाले की सफाई में लगा दिया गया है. पिछले दो दिनों से गुलाबबाग के वार्ड 45 में पार्षद प्रदीप कुमार जायसवाल अपनी निगरानी में तमाम बंद नालों की सफाई करा रहे हैं. इस दौरान नालों से अतिक्रमण भी हटाया जा रहा है. इस वार्ड में दो दिनों से सफाई हो रही है. वैसे, पार्षद श्री जायसवाल ने कहा है कि इस वार्ड में सड़क के दोनों तरफ शीघ्र बड़ा नाला का निर्माण भी कराया जाएगा. शहर के लालगंज, नरकटिया, भगेलू साव, मनुषमारा धार सहित बड़े-छोटे नाले की सफ़ाई युद्धस्तर पर हो रही है. वैसे, लोग कह रहे हैं कि लालगंज नाला, भगेलू साव नाला और नरकटिया नाला शहरी आबादी के हिसाब से नाकाफी है. इधर, निगम की ओर से उपलब्ध साधनों और संसाधनों के जरिये शहर को जलजमाव से बचाने की हरसंभव कोशिश की जा रही है. बरसात आने के एक माह पूर्व से शुरू हुआ अभियान अब तलक जारी है. सफाई का यह काम खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा. निगमकर्मी भी हैरान और परेशान हैं कि जितनी सफाई की जा रही है, काम उतना ही बढ़ता जा रहा है. फिर भी इस बार निगमकर्मी हार मानने को तैयार नहीं.
बारिश को ले अलर्ट है निगम
बारिश के बाद होने वाले जलजमाव को लेकर निगम इस बार अलर्ट मूड में है. यही वजह है कि मानसून आने से करीब एक माह पहले से नाले की सफाई जारी है. खास तौर पर उस जगह निगम की पैनी नजर है जहां सबसे ज्यादा जलजमाव की समस्या होती है. इतना ही नहीं निगम द्वारा बारिश के बाद सबसे ज्यादा जलजमाव वाले क्षेत्र को चिह्नित कर उस जगह पर पम्प सेट से पानी निकासी की व्यवस्था के लिए भी तैयारी की जा रही है. वैसे,काफी हद तक नाले की सफाई हो चुकी है. निगम का पूरा प्रयास है कि इस बार बारिश में नालों के चलते सीवर ओवरफ्लो और जलभराव की समस्या न होने पाए. उपलब्ध जानकारी के अनुसार सफाई अभियान में निगम के सौ से ज्यादा मजदूर जुटे हुए हैं जिसमें दैनिक मजदूर भी शामिल हैं. इनकी संख्या साठ के करीब है. जेसीबी मशीन, ट्रैक्टर और अन्य उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है. एक तरफ मजदीरी तो दूसरी ओर डीजल में निगम का लगातार व्यय हो रहा है. निगम के अधिकारियों की अपनी मेहनत और उनके वाहनों का खर्च अलग से है.फोटो- 1 पूर्णिया 1- बंद नाला की सफाई करवाते वार्ड पार्षदडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है