किसानों के सामने फसल बचाने की जद्दोजहद तो बाजार में गर्मायीं सब्जियां पूर्णिया. लगातार पड़ रही बेतहाशा गर्मी में हर कोई परेशान है. वहीं पछुवा हवा की वजह से वातावरण में भी नमी के स्तर में काफी गिरावट दर्ज की जा रही है जिसे लेकर किसानों के माथे पर बल पड़े हुए हैं. एक ओर जिन किसानों ने रब्बी की फसलें तैयार करने में इस मौसम का फायदा उठाया है उनकी तो बल्ले बल्ले है लेकिन दूसरी ओर खेतों में खडी फसलों की हिफाजत के लिए अन्य किसान अपनी ऐडी चोटी एक किये हुए हैं. सबसे ज्यादा परेशानी उन किसानों को हो रही है जिनके खेत में सब्जियां लगी हुईं हैं. उन्हें पौधों को जीवित रखने और उनसे उत्पादन लेने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है जिसमें आनेवाली अतिरिक्त लागत ने उनकी चिंता को और भी बढ़ा दी है. चांदी पंचायत के प्रगतिशील कृषक शशिभूषण सिंह ने बताया कि तेज धूप और पछुवा गर्म हवा का असर सब्जियों की विभिन्न फसलों पर बेहद बुरा पड़ रहा है. खेतों में नामी बनाए रखने के लिए हर एक दिन बाद पटवन की जरुरत पड़ रही है इससे खेती की लागत भी बढ रही है और गर्मी की वजह से उत्पादन में भी गिरावट आ गयी है. उन्होंने बताया कि मिर्च, नेनुवा, टमाटर, गोभी, खीरा, कद्दू आदि सब्जियों में प्रति एकड़ एक पटवन का खर्च लगभग 1500 रुपये अतिरिक्त आ रहा है. वहीं इस गर्मी में बतिया सूखने की भी समस्या आ गयी है जिससे उत्पादन में भी पिछले साल की तुलना में 75 प्रतिशत तक की गिरावट आई है. वहीँ दूसरी ओर बाजार में भी सब्जियों के आवक में कमी का असर उनकी कीमतों पर पड़ा है. आम दिनों जहां सब्जियों की कीमते लगभग सामान्य थीं वहीँ वे दुगुनी हो गयीं हैं और कहीं कहीं तो उससे भी ज्यादा बढ़ी हुई नजर आ रही हैं. सब्जियों के भाव भिंडी – 40 से 60 रुपये प्रति किलो नेनुवा – 40 से 50 रुपये प्रति किलो परवल – 50 से 60 रुपये प्रति किलो झींगली – 50 से 60 रुपये प्रति किलो बैगन – 60 से 80 रुपये प्रति किलो फूलगोभी – 70 से 80 रुपये प्रति किलो पत्ता गोभी – 40 से 60 रुपये प्रति किलो करेला – 50 से 60 रुपया प्रति किलो खीरा – 30 से 40 रुपये प्रति किलो कद्दू – 30 से 50 रुपये प्रति पीस नींबू – 20 रुपये में 2 से 3 पीस
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है