मखाना किसानों को एग्री फीडर से जोड़ने व बिजली कनेक्शन की कवायद शुरू

डीएम ने विद्युत और कृषि विभाग के अधिकारियों को दिया निर्देश

By Prabhat Khabar News Desk | June 7, 2024 6:41 PM

जिले में 5658 किसानों द्वारा दस हजार एकड़ भूमि में होती है मखाना की खेती

डीएम ने विद्युत और कृषि विभाग के अधिकारियों को दिया निर्देश पूर्णिया. जिले में मखाना की खेती का रकवा पहले से बढ़ा है. अभी जिले में कुल 5 हजार 658 किसानों द्वारा तकरीबन दस हजार एकड़ भूमि में मखाना की खेती की जाती है. जिला प्रशासन द्वारा सभी मखाना किसानों को एग्री फीडर से जोड़ने तथा सिंचाई के लिए विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराने पर जोर दिया जा रहा है. डीएम कुंदन कुमार ने इसके लिए बिजली कंपनी के कार्यपालक अभियंता को निर्देश देते हुए कहा है कि इसमें किसी तरह की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है. एग्रीअस्मिता के तहत मखाना किसानों को एग्रीफीडर से जोड़ने को लेकर हुई बैठक में डीएम ने कहा कि एग्रीअस्मिता योजना का उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाने तथा कृषि को युवाओं के लिए आकर्षक बनाना उद्देश्य है. बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी पूर्णिया, जिला बागवानी पदाधिकारी पूर्णिया, कार्यपालक अभियंता, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल पूर्णिया पूर्वी एवम् पश्चिमी तथा आइटी मैनेजर पूर्णिया उपस्थित थे.

किसानों के आय बढ़ाने पर जोर

डीएम ने बताया कि किसानों की आय हम तीन प्रकार से बढ़ा सकते हैं. एक किसानों की लागत कम कर, दूसरा समांतर फसलों को लगा कर तथा तीसरा किसानों के अधिक मूल्य वाले फसलों की खेती हेतु प्रोत्साहित कर. उन्होंने सभी पदाधिकारियों से एग्री फीडर के विद्युत कनेक्शन से मखाना किसानों के सिंचाई लागत में आने वाली कमी का आकलन करने का निर्देश दिया. अधिकारियों ने बताया कि जिले के दस हजार एकड़ मखाना की खेती में सिंचाई मद में किसानों को डीजल पर लगभग दस लाख रुपये खर्च आता है. जबकि विद्युत कनेक्शन से सिंचाई करने पर मात्र पचास हजार रूपये. इस तरह से किसानों की सिंचाई लागत में अप्रत्याशित रूप से 95% की कमी आ जाती है.

खेती में नयी तकनीक को अपनाने की जरूरत

जिला पदाधिकारी ने मखाना किसानों को खेती में नयी तकनीकों के उपयोग हेतु प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया जिससे उनकी लागत में और कमी लाया जा सके. उन्होंने बताया कि किसानों को मखाना खेती में छिड़काव हेतु ड्रोन के उपयोग हेतु प्रोत्साहित तथा प्रशिक्षित किया जाना चाहिए. इससे भी मानव कार्य दिवस में कमी आयेगी तथा लगता में कमी होगी. कम लागत में उत्पादन करने से किसानों की आय स्वत: बढ़ेगी. किसानों के खेतो तक विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराने हेतु स्थलीय सर्वेक्षण करने का भी निर्देश दिया गया.

फोटो. 7 पूर्णिया 13- बैठक में निर्देश देते डीएम

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