कसबा : शुक्रवार की सुबह पूर्णिया नगर निगम तथा कसबा प्रखंड के मोहनी पंचायत के सीमा के पास कोसी नदी धार में नाव के पलट जाने से नाव पर सवार एक युवक की मौत हो गई, वहीं चार व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हैं. नाव पर कुल आठ व्यक्ति सवार थे. मृतक की पहचान पूर्णिया नगर निगम के चिमनी बाजार निवासी मो अमजद अली के 18 वर्षीय पुत्र शीश मोहम्मद के रूप में हुई है. घटना के संबंध में बताया जाता है कि शुक्रवार की सुबह पूर्णिया नगर निगम एंव मोहनी के सीमा पर स्थित कोसी नदी धार में एक नाव आठ लोगों को सवार कर चिमनी बाजार से मोहनी आ रहे थे कि बीच नदी में नाव पलट गई. नाव पलटने से नाव पर सवार सभी आठ लोग नदी में डूब गए.
स्थानीय लोगों द्वारा 7 लोगों को बेहोशी की हालत में पानी से निकाला गया. सभी बेहोश लोगों को चिकित्सा हेतु सदर अस्पताल पूर्णिया ले जाया गया है. जहां चार की हालत गंभीर बताई जा रही है. जबकि शीश मोहम्मद की डूबने से मौत हो गई. शीश मोहम्मद के शव को स्थानीय लोगों द्वारा नदी से निकाला गया. वहीं घटना की सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस तथा कसबा पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई. वहीं मृतक के परिजनों ने शव के पोस्टमार्टम के लिए इंकार कर दिया. वहीं इस घटना के बाद चिमनी बाजार गांव में मातम पसरा हुआ है. बताया जाता है कि नाव पर सवार सभी लोग चिमनी बाजार से मोहनी टिकापुर गांव अपने मिर्च खेत जा रहे थे.
बायसी. प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बहने वाली महानंदा नदी के जलस्तर में शुक्रवार रात से थोड़ी तेजी आई है, जबकि 3 से 4 दिनों के भीतर महानंदा नदी के पानी में 4 फीट की कमी आई थी .अब पुनः महानंदा नदी के पानी में तेजी आने से लोगों की घबराहट फिर बढ़ने लगी है. पुरानागंज पंचायत के उपमुखिया मोहम्मद शहाबुद्दीन ने बताया कि उनका घर महानंदा नदी के किनारे हैं .महानंदा नदी जब खतरे के निशान तक रहती है तो निचले इलाके के कुछ लोगों के ही घर के चारों तरफ पानी पहुंचता है .
यही पानी जब खतरे के निशान से ज्यादा हो जाता है तो फिर बाढ़ की संभावना ही बढ़ जाती है और लोगों के घर द्वार में बाढ़ का पानी पहुंचने लगता है . ऐसे पूरे बरसात के मौसम तक सभी नदी का जलस्तर में कमी और तेजी आती रहती है .दूसरी ओर परमान नदी का जल स्तर भी अभी रूका हुआ है .परमान नदी बायसी प्रखंड के 15 से 20 गांव होकर बहती है. मथुरापुर गांव के अबुसुहाले ने बताया कि परमान नदी का जलस्तर काफी बढ़ चुका था और यह पानी निचले गांव में भी फैल चुका है. यदि इससे ज्यादा पानी बढ़ने की संभावना रहती तो यही पानी बाढ़ का रूप ले लेता है .मगर फिलहाल अभी पानी रुका हुआ है .