पूर्णिया. संसाधनों की उपलब्धता के साथ साथ राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में मरीजों के लिए सुविधाएं भी बहाल की जा रही हैं. इसी कड़ी में चल रहे ईएनटी विभाग में कान, नाक और गले की समस्या का पता लगाने के लिए इंडोस्कोपिक द्वारा जांच की सुविधा जल्द ही शुरू होने वाली है. इस सम्बन्ध में जीएमसीएच के उपाधीक्षक डॉ. भरत कुमार ने बताया कि ईएनटी विभाग में कान व गले की जांच से सम्बंधित लार्यंगोस्कोपी, ओटोस्कोपी जांच की सुविधा जीएमसीएच में जल्द ही शुरू हो रही है. इस पद्धति से जांच के द्वारा इंडोस्कोपिक सहायता से गले व कान में जिस भी तरह की समस्या होगी उसका पता लगाया जा सकेगा. यह सुविधा ओपीडी में स्थित ईएनटी विभाग में उपलब्ध होगी जहां ईएनटी सर्जन डॉ. गोपाल झा मरीजों की जांच करेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि इंस्ट्रूमेंट के इनस्टॉल हो जाने के बाद जिन मरीजों में इससे जांच की जरुरत होगी उनका जांच किया जा सकेगा. ख़ास तौर पर ईएनटी से सम्बंधित कोई गंभीर मामला, अनवांटेड ग्रोथ अथवा ट्यूमर, कैंसर संभावित मरीजों की जांच की जायेगी. उन्होंने यह भी बताया कि ईएनटी मामले में लगभग 70 से 80 मरीज जीएमसीएच में इलाज के लिए प्रतिदिन आते हैं. बोले अधीक्षक जीएमसीएच में डायग्नोस्टिक इंडोस्कोपिक लार्यंगोस्कोपी, ओटोस्कोपी मशीन के आ जाने से कान, नाक और गले से संबंधित मरीजों के लिए विशेष जांच संभव हो सकेगी. मशीन द्वारा जांच का ट्रायल किया जा चुका है जो सफल रहा. बहुत जल्द यह सेवा यहां के मरीजों को उपलब्ध होगी. हालांकि ईएनटी ऑपरेशन की सुविधा अभी बहाल नहीं है लेकिन दवा और उपचार के लिए जांच मशीन के आ जाने से मरीजों को बेहतर सलाह दी जा सकेगी. डॉ संजय कुमार, अधीक्षक जीएमसीएच फोटो-27 पूर्णिया 22- मरीज के गले की जांच करते चिकित्सक
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