पूर्णियावासियों को है मुख्यमंत्री से एयरपोर्ट निर्माण की बाधा दूर करने की अपेक्षा
पूर्णियावासियों को मुख्यमंत्री से काफी उम्मीदें हैं
पूर्णिया. अपने शहर से हवाई उड़ान भरने की चाहत रखनेवाले पूर्णियावासियों को मुख्यमंत्री से काफी उम्मीदें हैं. यह भरोसा है कि मुख्यमंत्री एयरपोर्ट निर्माण में बाधक बनी एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की जिद और जमीन अधिग्रहण के पेंच को शीघ्र सुलझाएंगे जिससे एयरपोर्ट निर्माण की राह सहज हो सकेगी. इसके लिए न केवल मुख्यमंत्री को लगातार पत्र भेजा गया है बल्कि इस दिशा में सकारात्मक पहल कर पूर्णियावासियों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की आस भी जतायी गई है. नागरिकों ने कहा है कि पूर्णिया से हवाई सेवा की शुरुआत एक बड़ी सौगात साबित होगी.
मुख्यमंत्री को अलग-अलग भेजे गये पत्र में लोगों ने कहा है कि पूर्णिया में एक लंबे समय से एयरपोर्ट के निर्माण की मांग हो रही है. इतना ही नहीं, प्रधान मंत्री के पैकेज में 2015 में ही इसके निर्माण की स्वीकृति प्राप्त भी हो चुकी है. इसके लिए पहले चरण में अधिग्रहीत 52.18 एकड़ जमीन को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को प्रदान करने के लिए बिहार सरकार द्वारा कार्यवाई भी की गई है. मगर, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया इस जिद पर अड़ा है कि अतिरिक्त 15 एकड़ जमीन मिलने के बाद ही वह हैंडओवर लेगा और तब निर्माण की पहल शुरू हो पाएगी. इधर, परेशानी यह है कि अतिरिक्त 15 एकड़ जमीन के अधिग्रहण का मामला अभी प्रक्रियाधीन है जिससे तुरंत एक साथ दे पाना संभव नहीं जबकि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने साफ कह दिया है कि अतिरिक्त 15 एकड़ जमीन मिलने के बाद ही वह हैंडओवर लेगा.मुख्यमंत्री से नागरिकों का आग्रह
मुख्यमंत्री से अपेक्षा जताते हुए नागरिकों ने कहा है कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया पहले चरण में अधिग्रहीत भूखंड का हैंडओवर लेकर तत्काल निर्माण कार्य शुरू कर सकता है पर उसके साफ इंकार कर देने से निराशा हो रही है. लोगों ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस मामले को वे अपने स्तर पर देख कर जमीन अधिग्रहण के मामले को शीघ्र निबटा सकते हैं और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया पर बिहार व पूर्णिया के हित में दबाव बना कर 9 वर्षों से लंबित पूर्णिया एयरपोर्ट के निर्माण की बाधाओं को दूर कर सकते हैं. इससे पूर्णिया व कोशी क्षेत्र के साथ ही साथ बिहार के विकास का एक द्वार खुल सकेगा और यहां के विद्यार्थियों, किसानों, चिकित्सकों, व्यापारियों और छोटे दुकानदारों को इसका लाभ मिल सकेगा.——————-
कहते हैं नागरिक
1. पूर्णिया में एयर पोर्ट के निर्माण होने से इसका सीधा लाभ पूर्णिया, कटिहार, अररिया, भागलपुर, किशनगंज, मधेपुरा, सुपौल, सहरसा जिलों के साथ नेपाल और झारखंड को भी मिलेगा और बिहार में इंडस्ट्रीज लगाने के लिए भी अन्य राज्यों से उद्यमी यहां आएंगे.फोटो- 22 पूर्णिया 11- ए. के. बोस, रिटायर्ड बैंक आफिसर2. पूर्णिया में एयरपोर्ट निर्माण और हवाई सेवा शुरू होने के बाद छात्रों को और अधिक सुविधा होगी. हवाई सेवा से जुड़ने के बाद पूरे पूर्णिया और कोशी प्रमंडल की अर्थव्यवस्था में भी तेजी से सुधार आने की संभावना है. इस दिशा में मुख्यमंत्री से सकारात्मक पहल की अपेक्षा है.
फोटो- 22 पूर्णिया 12- आर.सी. मिश्रा, रिटायर्ड इंजीनियर3. हवाई कनेक्टिविटी बढ़ने से इस इलाके में व्यापार और उद्योग की स्थापना की संभावना बढ़ सकती है. देश के बड़े शहरों से डायरेक्ट कनेक्टिविटी होने से अलग-अलग क्षेत्र में व्यापार के विस्तार होने की पूरी गुंजाइश बन जाएगी. बड़े उद्योगपतियों का रुख पूर्णिया की ओर हो सकता है.फोटो-22 पूर्णिया 13- नीलम अग्रवाल, अध्यक्ष, जिला एथेलेटिक संघ4. एयरपोर्ट होने से यहां तेजी से ऑटोमोबाइल का परिचालन भी बढ़ेगा. इससे रोजगार उत्पन्न होंगे. नये होटल भी खुलने की संभावना बढ़ जायेगी. आने वाले समय में अपना पूर्णिया विश्व के मानचित्र पर टूरिज्म इंडस्ट्रीज और इकोनामिक एरिया के रूप में विकसित हो सकेगा.
फोटो- 22 पूर्णिया 14- रविरंजन, समाजसेवी——————————-
अभी व्यर्थ व्यय से जूझ रहे नागरिक
5000 न्यूनतम हवाई भाड़ा बागडोगरा से दिल्ली का है6000 से अधिक टैक्सी भाड़ा लगता है बागडोगरा जाने में7000 तक दरभंगा एयरपोर्ट जाने में लगता है टैक्सी भाड़ा
360 किलोमीटर दूर बागडोगरा जाकर हवाई सफर की है विवशता450 किमी. का सफर दरभंगा आने-जाने में तय करना पड़ता है———————
आंकड़ों में एक नजर
254 साल की उम्र सीमा से गुजर रहा पूर्णिया1933 में पहली बार हवाई जहाज ने पूर्णिया से भरी थी उड़ान
1956 में भी पूर्णिया से शुरू हुई थी हवाई सेवा1965 में पूर्णिया के चुनापुर में बना था सैन्य हवाई अड्डा
2015 में प्रधानमंत्री ने की थी पूर्णिया एयरपोर्ट चालू करने की घोषणा52.18 एकड़ जमीन पूर्णिया एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहीत
15 एकड़ जमीन अधिग्रहण की है अभी जरुरतडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है