सतत प्रयास का सुखद परिणाम है एक्सप्रेसवे की घोषणा : संतोष कुशवाहा

बजट पर राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया

By Prabhat Khabar News Desk | July 23, 2024 6:52 PM

बजट पर राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया

पूर्णिया. पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा ने केंद्रीय बजट में पूर्णिया-पटना एक्सप्रेसवे को शामिल किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बतौर सांसद वर्ष 2020 से जिस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए प्रयासरत रहा, वह वर्ष 2024 में साकार होने वाला है. यह सतत प्रयास का सुखद परिणाम है.आज केंद्र सरकार द्वारा बजट में इस एक्सप्रेसवे की घोषणा कर दी गई. इसके लिए हम पूर्णियावासी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आभारी हैं. यह इस इलाके के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि एक्सप्रेसवे के लिए मैंने 05 फरवरी 2022 को लोकसभा के पटल पर इस मांग को रखा था और तब केंद्रीय मंत्री द्वारा सकारात्मक आश्वासन मिला था. बाद में डीपीआर का टेंडर हुआ लेकिन तकनीकी बाधाओं की वजह से यह रुका हुआ था लेकिन अब मार्ग प्रशस्त हो गया है. इस एक्सप्रेसवे की घोषणा पर हर्ष व्यक्त करने वालों में जेडीयू जिलाध्यक्ष राकेश कुमार,प्रदेश जेडीयू महासचिव अविनाश सिंह,युवा जेडीयू जिलाध्यक्ष राजू मण्डल आदि शामिल हैं.

फोटो. 23 पूर्णिया 11- संतोष कुशवाहा

नया एक्सप्रेसवे सीमांचल के लिए विशेष सौगात : खेमका

सदर विधायक विजय खेमका ने लोकसभा में पेश आम बजट की सराहना करते हुए कहा कि देश की आम जनता के लिए यह बजट मंगलकारी एवं विकासमुखी है. विधायक ने उत्तर बिहार सहित प्रदेश के चौमुखी विकास के लिए विशेष आर्थिक सहयोग देने के लिये देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का आभार व्यक्त किया है. विधायक ने कहा पूर्णिया से पटना तक नया एक्सप्रेस वे का निर्माण पूर्णिया सहित सीमांचल की जनता को प्रधानमंत्री मोदी जी की विशेष सौगात है. खेमका ने कहा देश के युवा महिला, किसान और गरीब के लिए यह बजट मंगलकारी एवं विकासोमुखी है. बिहार के लिए इस बजट में सड़क के लिए 26 हजार करोड़, पावर प्रोजेक्ट के लिए 21 हजार 400 करोड़, कोसी डेम सिचाई योजना में 11 लाख 500 करोड़ उत्तर बिहार के लिए बहुउपयोगी होगा. इस बजट से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सीमांचल सहित बिहार प्रदेश का तीव्र गति से विकास होगा.फोटो. 23 पूर्णिया 2- खेमका

किसानों के कुछ नहीं : कांग्रेस

बिहार युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता जयवर्द्धन सिंह ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संसद में पेशबजट निराशाजनक है. बजट में किसान के लिए कुछ नहीं है न एमएसपी की गारंटी और न कर्ज से राहत. बस बातें ही बातें. युवा के लिए झुनझुना. नये रोजगार का कोई रास्ता नहीं. सालाना सिर्फ 20 लाख युवाओं को इंटर्नशिप, असंगठित क्षेत्र को चवन्नी तक नहीं मिला.रोजगार पैदा करने वाले क्षेत्रों कपड़ा-कंस्ट्रक्शन आदि के लिए कुछ नहीं है. यह बजट “कुर्सी बचाओ ” बजट है. श्री सिंह ने कहा की आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बिहार को एक्सप्रेस वे जैसे सौगात दिया गया है पर देखना यह है कि पूर्णिया एयरपोर्ट की तरह कहीं कागजों में सिमट कर न रह जाये.

फोटो. 23 पूर्णिया 3- जयवर्द्धन सिंह

बजट से लोगों को मिली घोर निराशा: माले

भाकपा-माले के जिला कमेटी सदस्य इस्लाम उद्दीन ने पेश बजट को निराशाजनक बताया और कहा कि उम्मीद थी कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा या विशेष पैकेज मिलेगा लेकिन ऐसा कुछ नही मिला जबकि नीतीश सरकार पहले ही दोनो सदनो से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने हेतू विधेयक पास कर केंद्र सरकार को भेज दिया है. बिहार इस बजट से अपने को ठगा -ठगा महसूस कर रहा है. इस बजट में किसानो के आय में वृद्धि के लिए कोई घोषणा नहीं की गयी. मजदूर के पलायन रोकने के लिए कुछ नही है. बेरोजगार युवक के लिए न नोकरी न रोज़गार ,न फैक्ट्री तो कैसे बिहार फस्ट, बिहारी फस्ट होगा.

फोटो. 23 पूर्णिया 4- इस्लामउद्दीन

बिहार को मिलेगी नयी पहचान

भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष सरिता राय ने बजट का स्वागत किया है और कहा है कि वित्त मंत्री के द्वारा बिहार में 26000 करोड़ के रुपए से एक्सप्रेसवे बनाने का ऐलान किया जिसमें पूर्णिया से पटना भी शामिल है. उन्होंने शिक्षा से लेकर स्किल डेवलपमेंट और लघु उद्योगों को लेकर भी बड़े ऐलान किए हैं, जिससे बिहार को एक नहीं पहचान मिलेगी. इसके अलावा भी बहुत सारी ऐसी चीज हैं जो बिहार को प्राप्त हुई है जिसे बिहार आत्मनिर्भर एवं विकसित होगा.

फोटो. 23 पूर्णिया 12- सरिता राय

बजट से गरीबों को मिली हताशा

युवा नेता राजेश यादव ने केंद्रीय बजट में बिहार के साथ छल किया गया है. देश के महिला, युवा, किसान और गरीब सभी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. आम लोग महंगाई से तो युवा बेरोजगारी से परेशान हैं लेकिन 02 करोड़ प्रतिवर्ष सरकारी नौकरी का कभी वादा करने वाली सरकार अब रोजगार के नाम पर खामोश है. महंगाई पर भी चुप्पी आश्चर्यजनक है. विशेष राज्य की मांग जेडीयू करती रही है लेकिन बदले में केवल झुनझुना ही मिला. कुल मिलाकर यह बजट अमीरों और कॉरपोरेट घराने का बजट है.

फोटो. 23 पूर्णिया 13- राजेश यादव

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