परिवार परामर्श केंद्र ने सुलझाया विवाद पूर्णिया. शादी के बाद अगर तुम्हें मिर्गी जैसी बीमारी हो जाता तो क्या तुम्हारी पत्नी तुम्हें छोड़ देती, तो फिर तुम क्यों शादी के बाद मिर्गी का पता चलने पर अपनी पत्नी को छोड़ना चाहते हो. पुलिस परिवार परामर्श केंद्र द्वारा पूछे गये इस सवाल का कोई जवाब पति के पास नहीं था. केंद्र द्वारा पूछे गये इस सवाल से पहले पति बार-बार यही कह रहा था कि उसकी पत्नी को मिर्गी का दौरा आता रहता है, इस कारण वह उसे अपने पास नहीं रखना चाहता है. मामला कटिहार जिला के बरारी थाना के भैंस दियारा बस्ती के रहनेवाले एक पति का है, जिसने पुलिस अधीक्षक द्वारा संचालित परिवार परामर्श केंद्र में अपनी दास्तां सुनाई. पति ने केंद्र को बताया कि हजूर शादी के 14वें दिन अचानक रात के 1:30 बजे उसकी पत्नी के मुंह से झाग निकलने लगा. पूरा शरीर अकड़ गया. पसीना से लथपथ हो गई और उसके बाद बेहोश हो गई. यह सिलसिला दो महीने के अंदर चार बार हुआ. ग्रामीण चिकित्सक से दिखलाया तो वह बोला पूरा लक्षण मिर्गी का है. इस वजह से उसके परिवार के लोग काफी घबरा गये हैं. पति ने कहा कि पत्नी की हरकत से ऐसा लगता है की किसी भी छन उसकी मृत्यु हो सकती है. जबकि केनगर थाना क्षेत्र के प्राणपट्टी की पत्नी अपने पति के साथ रहना चाहती है. केंद्र के सदस्यों के समझाये जाने पर जब पति पत्नी को रखने के लिए तैयार हो गया. केंद्र से पत्नी अपने पति के साथ खुशी खुशी विदा हो गई. मामला को सुलझाने में केंद्र की संयोजिका सह महिला थानाध्यक्ष ललिता कुमारी, सदस्य अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक, स्वाति वैश्ययंत्री, प्रमोद जायसवाल, जीनत रहमान, बबीता चौधरी, रविंद्र साह एवं कार्यालय सहायक नारायण गुप्ता शामिल थे. फोटो. 31 पूर्णिया 13- मामले का निष्पादन करते केंद्र के सदस्य.
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