खाद-बीज की किल्लत से जूझ रहे किसान : पप्पू यादव
लोकसभा में सांसद ने किसान हित में उठाया मुद्दा

लोकसभा में सांसद ने किसान हित में उठाया मुद्दा पूर्णिया. लोकसभा में सांसद पप्पू यादव ने ड्रग्स के बढ़ते प्रभाव, आर्थिक संकट, बेरोजगारी, किसानों की समस्याओं और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी जैसे मुद्दों को जोरदार ढंग से उठाया. बिहार के संदर्भ में उन्होंने कहा कि बिहार में किसानों को खाद और बीज नहीं मिल रहा है. खाद की कीमतें आसमान छू रही हैं. कोसी और सीमांचल क्षेत्र में कैंसर, टीबी और दमा के मरीजों की संख्या अधिक है, लेकिन यहां एम्स या कैंसर अस्पताल नहीं है. सहरसा में एम्स खोलने की योजना थी, लेकिन उसे हटा दिया गया. सांसद पप्पू यादव ने सरकार से विशेष राज्य दर्जा और विशेष पैकेज की मांग की. उन्होंने कहा कि बंद पड़ी फैक्ट्रियों को फिर से शुरू करने और कोसी-सीमांचल क्षेत्र के विकास के लिए बजट में प्रावधान किया जाना चाहिए.पप्पू यादव ने बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा,आज लगभग 30 करोड़ युवा बेरोजगार और अशिक्षित हैं, लेकिन बजट में बेरोजगारी भत्ते के लिए कोई प्रावधान नहीं है. किसानों की स्थिति भी चिंताजनक है. एक बीघा से पांच बीघा जमीन वाले मात्र 10.1% किसान हैं, और 3.2% के पास 5 से 10 बीघा जमीन है. बाकी बट्टेदार और मजदूर हैं, जिन्हें फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिलता. स्वास्थ्य और शिक्षा के मुद्दे पर उन्होंने कहा,आयुष्मान भारत योजना में पांच लाख रुपये का प्रावधान है, लेकिन अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, एमआरआई और ब्लड टेस्ट जैसी जांचें मुफ्त नहीं हैं. ये जांचें मध्यम वर्ग और गरीबों पर बोझ डालती हैं. शिक्षा में कोचिंग का बोझ भी बच्चों और उनके परिवारों पर पड़ता है.सांसद पप्पू यादव ने ड्रग्स के बढ़ते प्रभाव पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि “मणिपुर में दो साल से दो समुदायों के बीच गोलीबारी जारी है. यह हिंसा ड्रग्स माफिया द्वारा फैलाई जा रही है, जो भारत के बाहर से ड्रग्स की सप्लाई कर रहा है. इस मामले में कई पदाधिकारी और सामाजिक व्यक्ति शामिल हैं. यह कोई छोटी घटना नहीं है.
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