बैसा .प्रखंड क्षेत्र में धान की खेती करने वाले किसान मानसून की बेरूखी झेल रहे हैं. पर्याप्त बारिश नहीं होने से किसानों ने जैसे तैसे धान की रोपनी तो कर ली है.पर अब धान के लिए पर्याप्त पानी नहीं होने से किसान डीजल पंप आदि का सहारा लेने पर विवश हो रहे हैं. बारिश का इंतजार करते किसान पिछले कई दिनों से तेज धूप की ताप से चिंतित हो रहे हैं. किसानों का कहना है कि अगर मौसम का यही मिजाज रहा तो फसलों को नुकसान होने की पूरी आशंका रहेगी. सूखे जैसे इस हालात से किसान काफी चिंतित हैं. जिन खेतों में किसानों ने जैसे-तैसे पानी भरकर धान की रोपाई की थी , उसमें दरारें पड़ गई हैं. इससे पौधों के सूखकर नष्ट होने का खतरा बढ़ गया है.डीजल पंपसेट से एक बीघा जमीन में फसल की सिंचाई करने में लगभग 300 रुपये का डीजल खर्च होता है. ऐसे में यदि लगातार इसी तरह सिंचाई की गई तो फसल काटने तक 10 हजार रुपये प्रति बीघा तक का खर्च आयेगा.
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