किसानों के करीब डेढ़ करोड़ की थी देनदारी, महाजन ने कर ली आत्महत्या
महाजन ने कर ली आत्महत्या
सदमें में हरदा के किसान.
दो दर्जन से अधिक किसानों के करीब डेढ़ करोड़ की थी देनदारी
भुगतान की तिथि से दो दिन पहले मिली महाजन की खुदकशी की खबर
पूर्णिया. एक महाजन की मौत ने हरदा के किसानों को गहरे सदमें में डाल दिया है. करीब दो दर्जन से अधिक किसानों के तकरीबन डेढ़ करोड़ से अधिक रुपये के डूबने से उनके परिवार के समक्ष आजीविका का संकट मंडराने लगा है. इंसाफ के लिए वे सभी किसान दर-दर भटक रहे हैं पर उनकी सुधि लेनावाला कोई नहीं है. दरअसल, इस बार मक्का और धान का पैदावार अच्छा हुआ था. किसान भी खुश थे कि इसबार कमाई अच्छी होगी. लेकिन उन्हें क्या पता कि विपत्ति इस तरह आयेगी एक झटके में किसान से मजदूर बन जाने की नौबत आ जायेगी. गल्ला मंडी में विचौलियों के आतंक से त्रस्त इन किसानों ने अपने-अपने खलिहानों पर ही गांव के छोटे-छोटे महाजन के हाथों अपना अनाज बेच दिया ताकि अनाज का उचित कीमत मिल सके और समय पर पैसे भी मिल जाये. किसान अपना अनाज बेचकर निश्चित हो चले कि आज न कल साहूकार से पैसे मिल जायेंगे. इस बीच, पैसे का तगादा करने पर वह अक्सर चुकता कर देने का भरोसा दिलाता था. दुर्भाग्यवश वह महाजन पिछले दिनों सुसाइड कर लिया. किसानों को जब उसके सुसाइड का पता चला तो किसानों के पैर तले जमीन खिसक गयी. दौड़े-दौड़े उस साहूकार के घर पर गये. वहां बकाया पैसे देने की बात तो दूर कोई बात करने के लिए तैयार नहीं था.एसपी कार्यालय पहुंचे किसान, लगायी इंसाफ की गुहार
शुक्रवार को किसान एसपी कार्यालय पहुंचे और इंसाफ की गुहार लगायी. किसानों ने बताया कि वे सभी जिले के केनगर प्रखंड के गोवासी, रहुआ और जोतलखाय गांव के किसान हैं. इन गांवों के करीब 20 से 25 किसानों ने हरदा के एक महाजन के पास अनाज बेचा था. इसकी कीमत करीब डेढ़ करोड़ के करीब है. महाजन ने 30 दिसंबर 2024 को बकाया पैसा देने का भरोसा दिया था. लेकिन 27 दिसंबर 2024 को ही उसने आत्महत्या कर ली. इस घटना के बाद से सभी किसानों गहरे सदमे में हैं. एसपी ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है. किसानों का कहना है कि किसानों का यह मुद्दा केवल पैसे का नहीं, बल्कि पूरे परिवार की जिंदगी और आजीविका का है. इन किसानों ने धमकी दी है कि अगर उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो वे सभी आत्महत्या के लिए विवश हो जायेंगे.फोटो- 3 पूर्णिया 14- सदमें में हरदा के किसान
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है