पूर्णिया. जिले के ड्रैगन फ्रूट उत्पादक किसानों के साथ जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने समाहरणालय स्थित प्रज्ञान सभागार में बैठक की. सबसे पहले उन्होंने सभी किसानों का स्वागत करते हुए उनकी प्रगतिशील सोच के लिए धन्यवाद दिया. उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बड़े सपने देखे जाते हैं तभी बड़ा काम होता है. जिला पदाधिकारी ने कहा कि ड्रैगन फ्रूट की खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन पूरी तरह से तत्पर है. राज्य सरकार द्वारा ड्रैगन फ्रूट की खेती पर किसानों के लिए सहयोग अनुदान योजना शुरू की गयी है. बैठक में अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था पूर्णिया, जिला कृषि पदाधिकारी पूर्णिया, जिला हार्टिकल्चर पदाधिकारी पूर्णिया, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सदर, अन्य कृषि पदाधिकारी तथा पूर्णिया जिले के ड्रैगन फ्रूट की खेती करने वाले प्रगतिशील किसान उपस्थित थे. बैठक में सभी किसानों तथा ड्रैगन फ्रूट की खेती हेतु इच्छुक नये किसानों को ड्रैगन फ्रूट के खेती के संबंध में जानकारी दी गयी. सभी किसानों को इसकी सफल किस्मों की पहचान, खेती की तकनीक, प्लांट की तैयारी सहित ड्रैगन फ्रूट के उत्पादन तथा पैकेजिंग के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी.
किसानों ने साझा किया अपने अनुभव
जिलाधिकारी ने किसानों से ड्रैगन फ्रूट की खेती में आ रही समस्याओं के बारे में भी पूछा. जिसका समाधान पूर्व से ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे किसानों ने बताया. बैठक में किसानों ने अपने अनुभव भी साझा किये तथा प्रति एकड़ आय की जानकारी दी. धमदाहा दमैली के रहने वाले प्रगतिशील किसान कुणाल कुमार ने अपने ड्रैगन फ्रूट के खेती के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि मक्का से उनको साठ से सत्तर हजार प्रति एकड़ आय होती थी परंतु ड्रैगन फ्रूट से अभी सात से आठ लाख रुपए प्रति एकड़ आय हो रही है तथा यह भविष्य में बढ़ कर दस से पंद्रह लाख प्रति एकड़ हो जायेगा. वहीँ भवानीपुर प्रखंड के प्रगतिशील किसान मोहमद खुर्शीद ने भी ड्रैगन फ्रूट की खेती के अनुभव को साझा किया उन्होंने भी प्रति एकड़ छः से सात लाख रुपए की आमदनी की बात कही.सरकारी योजनाओं का उठायें लाभ
इस मौके पर जिला उद्यान पदाधिकारी राहुल कुमार ने सभी किसानों को राज्य सरकार द्वारा ड्रैगन फ्रूट से संबंधित योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी. जिलाधिकारी ने नए किसानों को 80 : 20 के तहत ड्रैगन फ्रूट की खेती करने की सलाह दी. कहा मात्र 20% भूमि में ड्रैगन फ्रूट की खेती करे जिसे वो भविष्य में धीरे धीरे बढ़ा सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस विजन के तहत खेती किसानी से युवा भी जुड़ कर अपनी आय को बढ़ा सकते हैं और रोजगार खोजने के बजाय रोजगार पैदा करने वाला बन सकते हैं. उन्होंने किसानों को एफपीओ बनाकर खेती करने तथा सरकार द्वारा दिए जाने वाले अनुदानों का अधिकाधिक लाभ उठाने हेतु प्रोत्साहित किया. फोटो- 30 पूर्णिया 5- बैठक में भाग लेते किसानडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है