काझी हृदयनगर पंचायत के ऋषिदेव टोला में बाढ़ का संकट बरकरार
बनमनखी
प्रतिनिधि, बनमनखी. नेपाल से भारी डिस्चार्ज के बाद प्रखंड के निचले इलाकों में बाढ़ ने कहर से बरपा रही है. कही कई गांव टापू में तब्दील है तो कहीं घरों में पानी घुसा हुआ है. कही रोड पर खाना पकाने की नौबत है कहीं घरों में पानी होने से कई दिनों से चूल्हा बंद है. मदद की आस लगाए बैठे पीड़ित परिवार मददगार की बाट जोह रहे हैं. काझी हृदयनगर पंचायत के वार्ड नं 12 ऋषिदेव टोला के पीड़ित परिवारों ने बताया कि नेपाल से भारी डिस्चार्ज हमलोगों के घरों में पानी घुसा हुआ है. कई दिनों से चूल्हा नहीं जला है .बच्चे भूख से बिलखते रहतें हैं. घर में बने मचान पर बच्चों के लिए किसी तरह खाना पकाते हैं. घर और बाहर घुटनों भर पानी भरा हुआ है. चापाकल भी पानी में डूबा हुआ है. घरों में जहरीले सांप, कीट के काटने का भय बना रहता है. चापाकल डूबे होने से बाढ़ का पानी ही निकलता है. हमलोगों को खाने के ना ही अनाज है ना ही पीने के लिए शुद्ध पानी मिलता है.काझी हृदयनगर पंचायत के मुखिया चंद्रकिशोर तुरहा ने बताया कि 12 नंबर वार्ड ऋषिदेव टोला के घरों में आंशिक रूप से पानी है. कर्मचारी ने बाढ़ पीड़ित परिवारों का सर्वेक्षण किया गया है. सभी का आधार कार्ड, बैंक पासबुक का फोटोकॉपी करा कर दिया गया है. इधर, जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता चितरंजन कुमार ने बताया कि 5 अक्टूबर की भांति 6 अक्टूबर को भी कुसहा नदी का जलस्तर 43.10 पर स्थिर है. लाल निशान से 28 सेंटीमीटर बह रही है. फ़ोटो. 6 पूर्णिया 31- : घरों में पानी 32- डूबा हुआ चापाकल
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