रूपौली. कोशी नदी के जलस्तर मे लगातार कमी हो रही है.इसके बाद भी रुपौली प्रखंड क्षेत्र के निचले इलाके मे अभी भी बाढ़ की समस्या से लोग जूझ रहे हैं. उसपर आसमान से आफत की बारिश हो रही है. इससे बाढ़ पीड़ितों को अलग तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि रुपौली प्रखंड क्षेत्र में आठ पंचायत कोयली सिमरा पूरब ,कोयली सिमरा पश्चिम, भौवा प्रबल ,विजय लालगंज ,विजय मोहनपुर ,लक्ष्मीपुर छर्रापट्टी, गोड़ियरपट्टी श्रीमत्ता और धुसर टीकापट्टी पंचायत के वाशिंदे पिछले कुछ दिनों से बाढ़ के संकट का सामना कर रहे हैं. बाढ़ पीड़ितों का दर्द इसलिए भी छलक रहा है कि उन्हें उस प्रकार से राहत नहीं मिल पायी जिस प्रकार से वे प्रशासन से इसकी उम्मीद कर रहे थे. यही वजह है कि घर-बार छोड़ने की बजाय बाढ़ में ही मचान बांधकर बाढ पीड़ित टिक गये. मगर उनकी मुसीबत तब और विकट हो गयी जब तीन दिन क्षेत्र में बारिश हो रही है.बारिश होने के कारण बाढ़ पीड़ितों का चूल्हा बंद है और निवाले पर आफत हो गयी है. सूखा राशन बंंटा, अगले आदेश का इंतजार : सीओ रूपौली अंचल कार्यालय की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाकों में करीब एक हजार पैकेट सूखा राशन वितरण किया गया है. अंचलाधिकारी शिवानी सुरभि ने बताया कि वरीय पदाधिकारियों के निर्देशानुसार बाढ़ प्रभावित इलाकों में सूखा राशन का वितरण कर दिया गया है. आगे के लिए फिलवक्त वरीय पदाधिकारी का किसी तरह का आदेश नहीं आया है. फसल और कच्चे घरों का व्यापक नुकसान रूपौली प्रखंड के बाढ़ प्रभावित आठ पंचायतों में जहां किसानों को व्यापक फसल क्षति हुई है तो वहीं कच्चे घरों का भी बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. इसे लेकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की ओर से लगातार प्रशासन पर उपेक्षा किये जाने का आरोप लगाया जा रहा है. खुद विधायक शंकर सिंह कह चुके हैं कि प्रशासन के अधिकारी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर आये पर उस हिसाब से राहत मुहैया कराने में प्रशासन विफल साबित हो रहा है. प्रशासन के रवैये से क्षुब्ध विधायक शंकर सिंह ने मुख्यमंत्री का ध्यानाकर्षण कराने की बात कही है. फोटो1 27 पूर्णिया 19- बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फैला नदी का पानी
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