Flood In Bihar: परमान नदी में बढ़ रहा जलस्तर, महानंदा एवं कनकई में घटा पानी

Flood In Bihar: नेपाल में हुई बारिश के कारण महानंदा नदी में जो उफान आया था वो थम गया है. पूर्णिया. बायसी अनुमंडल क्षेत्र में महानंदा एवं कनकई नदी का जलस्तर में कमी देखी गई है. वैसे परमान नदी का जलस्तर लगातार वृद्धि कर खतरे के निशान को पार कर गया है.

By Ashish Jha | June 24, 2024 9:39 AM

Flood In Bihar: पूर्णिया. बायसी अनुमंडल क्षेत्र में महानंदा एवं कनकई नदी का जलस्तर में कमी देखी गई. वहीं परमान नदी का जलस्तर लगातार वृद्धि कर खतरे के निशान को पार कर गया है. इससे नदी किनारे बसे गांवों में पानी प्रवेश करने का खतरा बढ़ गया है. अररिया जिले में परमान नदी का डेंजर लेवल 47.000 मीटर है, जो 47.410 पर आ गया. यहां नदी का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है, जिससे नदी का पानी निचले इलाके में प्रवेश करने लगा है. सीडब्लूसी के अधिकारी लक्ष्मी उरांव ने बताया कि पश्चिम बंगाल के चरघरिया में कनकई नदी डेंजर लेवल 46.940 मीटर पर था. रविवार को जलस्तर में कमी के बाद 46.050 मीटर पर पहुंच गया, जो खतरे के निशान के नीचे है.

घटने लगा महानंदा का जलस्तर

किशनगंज जिले के तैयबपुर में महानंदा नदी का डेंजर लेवल 66.000 मीटर है. जलस्तर में कमी के बाद 64.340 मीटर पर पहुंच गया. महानंदा नदी के जलस्तर में दो दिनों के अंदर काफी कमी आयी है. जलस्तर में कमी होने से लोगों ने राहत की सांस ली. पूर्णिया जिले के डेंगराह में महानंदा नदी का डेंजर लेवल 36.650 मीटर से कमी के बाद भी 35.120 मीटर पर रहा, जो खतरे के निशान के नीचे है. जिला आपदा प्राधिकारी टेश लाल सिंह ने बताया कि नेपाल में बारिश के कारण जलस्तर में वृद्धि हुई थी. जलस्तर में काफी कमी हुई है. प्रशासन जलस्तर एवं नदी कटाव पर नजर बनाए हुए है.

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किसानों को राहत

अचानक महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से किसान काफी बेचैन हो गये थे, क्योंकि कुछ निचले इलाकों में कुछ किसानों का गरमा धान काटने के लिए रह गया था. अब पानी घटने से वह किसान अपनी धान को काट रहे हैं. डंगराहा चौक से पुरानागंज एवं सुगवा महानंदपुर पंचायत जाने वाली सड़क के बीच निर्माणधीन पुल के नीचे महानंदा में पानी वृद्धि होने से लोगों का आवागमन बंद हो चुका था. लोगों को बंगाल के रास्ते अपना घर जाना पड़ता था, जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही थी. सबसे ज्यादा परेशानी डीलर को अनाज ले जाने में होती थी. अब पानी घटने से पुनः आवागमन चालू हो जायेगा.

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