रजीगंज गांव के माता रणकाली के दरबार में उमड़ा आस्था का सैलाब
रजीगंज गांव
प्रतिनिधि, पूर्णिया पूर्व. पूर्णिया पूर्व प्रखंड के रजीगंज पंचायत के रजीगंज में अवस्थित माता रणकाली स्थान में मंगलवार को भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा. हर साल आषाढ़ मास शुक्ल पक्ष के पहले मंगलवार को माता रणकाली स्थान में विशाल पूजा का आयोजन किया जाता है.इसमें आसपास के जिलों के अलावा पड़ोसी देश नेपाल से भी हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं और माता रणकाली के दरबार में माथा टेकते हैं. माता रणकाली स्थान के पंडित महेंद्र झा ने बताया कि स्थापना भक्त बाबा लक्ष्मण मुनि के द्वारा 1953 ई. को की गई थी तब से यहां प्रत्येक वर्ष विशाल पूजा का आयोजन किया जाता है भक्त बैजनाथ यादव बताते हैं कि वर्ष 1953 में यह क्षेत्र भीषण अकाल से जूझ रहा था. उसपर एकाएक ऐसा प्रकोप आया कि सैकड़ों की संख्या में लोग व माल- मवेशी खून की उल्टी कर प्राण त्याग रहे थे . इस प्रकोप से सारे क्षेत्र में त्राहिमाम मच गया था. तभी एक रात माता रणकाली ने भक्त बाबा लक्ष्मण मुनि को स्वप्न में दर्शन दिए और कहा कि अगर मुझे इस क्षेत्र में स्थान मिलेगा तो यह प्रकोप को सदा के लिए समाप्त हो जाएगा. तभी उन्होंने माता रणकाली स्थान की स्थापना करने की ठानी और ग्रामीणों की मदद से उस साल विशाल पूजा का आयोजन किया गया . माता की भक्ति आराधना से धीरे धीरे स्थिति सामान्य हुई. तब से हर साल इस स्थान पर भक्तों का तांता लगता है. वहीं विद्या नाथ मंडल के पुत्र अशोक मंडल और दिलीप मंडल ने मंदिर बनाया और मंदिर की चारदीवारी किया .वहीं अशोक मंडल कहते हैं कि माता की अलौकिक शक्ति से इस क्षेत्र के लोगों को दुबारा जीवन मिला था. इन्हीं बातों को लेकर माता रणकाली की ख्याति चारों ओर फैल गई. यहां एक बार आने वाले भक्तों को माता के प्रति असीम श्रद्धा हर बार खींच लाती है और मन की मुराद पूरी होने के बाद भक्तों द्वारा श्रद्धा स्वरूप यहां आकर चढ़ावा चढ़ाया जाता है. इस मौके पर पंडित महेंद्र झा बैजनाथ यादव, अशोक मंडल,दिलीप मंडल, रंजन मंडल, विश्वनाथ चौधरी,मंटू चौधरी, नरेश साह बमबम गुप्ता महेश चौधरी कलपु ऋष आदि आयोजन में तत्पर हैं. फोटो. 16 पूर्णिया 13- माता रणकाली के दरबार में पहुंचे श्रद्धालु.
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