अमौर . अमौर प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ का पानी निकलने के बाद प्रभावित परिवारों के बीच राहत सामग्री के वितरण में देरी के विरोध में सोमवार को प्रखंड के विभिन्न पंचायतों से आये बाढ़ पीड़ितों ने प्रखंड परिार में धरना- प्रदर्शन किया. बाढ़ पीड़ितों ने अपनी मांगों को लेकर बायसी-रौटा हाइवे को जाम कर दिया. बाढपीड़ितों ने करीब चार घंटे तक बायसी- रौटा हाइवे को जाम रखा, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया. राहत सामग्री नहीं मिलने से नाराज बाढ़पीड़ितों ने कहा कि भीषण बाढ़ में अमौर प्रखंड के सभी 25 पंचायत प्रभावित हुए हैं. सभी पंचायतों के सभी गांव पूरी तरह से बाढ़ में डूबा रहा है. घरों में पानी भर गया था.लोगों का खाने के लिए अनाज नहीं बचा, मवेशियों को चारा नहीं मिल रहा है. बाढ़पीड़ितों ने अमौर प्रखंड को पूर्ण रूप से बाढ़ प्रभावित घोषित करने, प्रखंड के सभी पंचायत के बाढ़ प्रभावित सभी परिवारों के बीच राहत सामग्री वितरण करने, क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत कराने, छह हजार की सहायता राशि देने आदि की मांग की. मौके पर अमौर बीडीओ रंजीत कुमार, सीओ सुधांशु मधुकर एवं अमौर थाना के पुलिस अधिकारी ने बाढ़पीड़ितों को समझाया-बुझाया . बीडीओ ने कहा कि बाढ़ग्रस्त इलाकों का सर्वेक्षण कर बाढ़ प्रभावित परिवारों की शीघ्र सूची तैयार की जायेगी और सूची के अनुसार जो भी वास्तविक प्रभावित परिवार हैं उन सभी के बीच राहत सामग्री वितरण किया जाएगा और जीआर राशि से लाभान्वित किया जायेगा . किसानों को भी फसल क्षति का अनुदान मिलेगा. इसके लिए कृषि विभाग द्वारा फसल क्षति का जीओ टैग करना जरूरी है . बाढ़ में जो भी ग्रामीण सड़के क्षतिग्रस्त हुई है इसके लिए कार्य विभाग को पत्र भेज कर तमाम क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत करायी जायेगाी. बीडीओ सीओ के आश्वासन के बाद बाढ़पीड़ितों ने सड़क जाम और धरना प्रदर्शन समाप्त किया .
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