प्रतिनिधि, अमौर. अमौर प्रखंड क्षेत्र में विगत जून माह में आयी बाढ़ की तबाही से क्षेत्र के लोग उबर भी नहीं पाये थे कि क्षेत्र से बहने वाली सभी प्रमुख नदियों ने फिर से तल्ख तेवर दिखाना शुरू कर दिया है. क्षेत्र में पिछले तीन चार दिनों से हो रही बारिश के कारण क्षेत्र से बहने वाली परमान, बकरा, कनकई व महानंदा नदियां उफान पर हैं.इन नदियों की उफनती जलधारा धीरे धीरे तटों को पार कर खेत खलिहानों व निचले इलाकों में फैलने लगी है.इससे क्षेत्र में पुन: बाढ़ का खतरा मंड़राने लगा है. इन नदियों का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों में नदी कटाव तेज हो गया है जिससे तटवर्ती गांव के लोग दहशत में हैं और रतजगा कर रहे हैं. कटाव की जद में आये परिवार के लोग अपने आशियाने के तोड़कर उंचे स्थानो पर अपने घर के सामानों को सुरक्षित करने में जुट गये हैं. इसमें गेरिया, कदगामा, बनगामा, बिजलिया, कोचका, ढरिया, बेलगच्छी, डमराहा, मलहाना, सुरजापूर, बागवाना, सिमलबाड़ी नगड़ा टोला व मोदी टोला, तालबाड़ी महादलित टोला, डहुआबाड़ी पूरब टोला, गच्छगरैया, चनकी, मीरटोला, महेश बथनाह, हरीपूर, भागताहीर, पैठान टोली, छोटा लालटोली, बासोल, भेलमाड़ा, काजी टोला आदि गांव मुख्य रूप से कटाव की जद में हैं. फोटो. 10 पूर्णिया 14- झौवारी पंचायत के गेरिया गांव में परमान नदी के बाढ़ व कटाव का कहर
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