Bihar News: एमटीएस की परीक्षा में फर्जीवाड़ा का भंडाफोड़, 35 लोग गिरफ्तार
Bihar News: बिहार में एमटीएस की परीक्षा में हुए फर्जीवाड़े के मामले में 35 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ये सभी सेंटर के कर्मियों की मिलीभगत से दूसरे के बदले परीक्षा दे रहे थे.
Bihar News: पूर्णिया पुलिस ने केंद्रीय कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की ओर से आयोजित एमटीएस की परीक्षा में फर्जीवाड़ा का भंडाफोड़ किया है. इस सिलसिले में पुलिस ने 35 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों में पूर्णिया डिजिटल एग्जामिनेशन सेंटर के सात कर्मी भी शामिल हैं. ये सभी सेंटर के कर्मियों की मिलीभगत से दूसरे के बदले परीक्षा दे रहे थे. पुलिस ने परीक्षा सेंटर व आसपास से नकद 4.20 लाख रुपये समेत भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और कागजात बरामद की है.
पुलिस की कार्रवाई
गुरुवार की देर शाम एसपी कार्तिकेय के. शर्मा ने बताया कि इस संबंध में विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. इस फर्जीवाड़े में कटिहार के रौशन और पटना के एक व्यक्ति की मुख्य भूमिका रही है. पुलिस उन दोनों के बारे में पड़ताल कर रही है. ये लोग गिरोह बनाकर राज्यस्तर पर फर्जीवाड़ा कर रहा है. परीक्षा देने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी से दस-दस लाख की वसूली जाती है. उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि गुलाबबाग हॉसदा रोड में स्थित पूर्णिया डिजिटल सेंटर में केंद्रीय कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा एमटीएस के परीक्षा का आयोजन किया गया है, जिसमें कई फर्जी छात्र दूसरे के बदले परीक्षा दे रहे हैं.
छापामारी दल का गठन
तत्काल पुलिस अधीक्षक के दिशा-निर्देशन में छापामारी दल का गठन किया गया. छापामारी दल के द्वारा पूर्णिया डिजिटल की परीक्षा प्रणाली का निरीक्षण किया गया तो क्रमशः 12 फर्जी छात्र पाये गये. पूर्णिया डिजिटल के लैब रूम के निरीक्षण के क्रम में छापामारी दल के द्वारा यह पाया गया कि फर्जी छात्रों का निकासी के दौरान बायोमेट्रिक का मिलान नहीं हो पाया.
पूर्णिया डिजिटल कार्यालय से सटे बिल्डिंग में चल रहा था गोरखधंधा
पूर्णिया डिजिटल के कार्यालय से सटे हुए बिल्डिंग में छापामारी की गयी तो सुरेश चन्द्र के किराये के मकान से 12 मूल छात्र व 02 अन्य कुल 14 व्यक्ति पाये गये, जिनके बदले मुख्य परीक्षा भवन में फर्जी तरीके से दूसरे छात्र परीक्षा दे रहे थे. इसके अलावा पूछताछ के क्रम में गिरफ्तार छात्रों ने बताया कि उन लोगों को पूर्णिया के विभिन्न होटलों में ठहराया जाता है. परीक्षा के दिन संस्थान के कर्मियों की मिलीभगत से मूल छात्र के बदले अन्य छात्रों को परीक्षा में शामिल कराया जाता है. बगल की बिल्डिंग से फर्जी केबल नेटवर्क के जरिये फर्जी बायोमेट्रिक प्रणाली का उपयोग करते हुए एग्जामिनेशन लैब में परीक्षा की अवधि में ही इन और आउट कराया जाता है. बगल वाले सुरेशचंद्र साहा के मकान में ही मूल छात्रों को एसएससी कमीशन की कॉपी भी करवा दी जाती है.
संगठित गिरोह सक्रिय
पुलिस का मानना है कि इसमें एक संगठित गिरोह काम करता है. इसमें एग्जामिनेशन लैब मालिक, लैब में काम करने वाले कर्मी समेत विभिन्न परीक्षा माफिया भी शामिल है. इसकी पुष्टि छापामारी दल द्वारा भौतिक निरीक्षण के क्रम में भी हुई है. गिरफ्तार सभी लोगों से विस्तृत पूछताछ कर इस फर्जीवाड़े में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. दो अन्य परीक्षा माफिया पूर्णिया डिजिटल एग्जामिनेशन सेंटर के बाहर से भी गिरफ्तार किये गये हैं.
बरामद सामान
लैपटॉप-03 पीस, प्रिंटर-01, नकद-420, 400 रुपये, मोबाइल-18, दोपहिया वाहन 02, चारपहिया वाहन-02, वाइफाइ-01, डीवीआर -01, यूपीएस-01, सीपीयू-01, मॉनिटर-01, ब्लैंक चेक-12, एटीएम कार्ड-22, आधार कार्ड- 52, ई-प्रवेश प्रत्र-40, मूल कागजात-07.
ये लोग हुए हैं गिरफ्तार
- मजीत कुमार, हाथी टोला मनेर (पटना)
- दिवाकर कुमार, गिरियक (नालंदा)
- अभिषेक कुमार, थाना-मनेर (पटना)
- धर्मवीर कुमार, थाना-मानपुर (नालंदा)
- मनदीप कुमार, थाना-मुफस्सिल (गया)
- अगर कुमार, कागजी मोहल्ला, बिहारशरीफ थाना (नालंदा)
- विकास कुमार, गोपालबाद थाना-सरमेरा (नालंदा)
- राजन सिंह, थाना-धुर्वा (रांची, झारखंड)
- दीपू कुमार, बाना सरमेरा, (नालंदा)
- अमित कुमार, थाना-पंचरुखिया (पटना)
- दीपक कुमार, थाना-करपी (अरवल)
- नीतीश कुमार, थाना-बिहारशरीफ (नालंदा)
- आशीष मिश्रा, थाना-मांझी (सारण)
- शंकर कुमार पटेल, थाना-कोढ़ा (कटिहार)
- सोनू कुमार, थाना-बेउर (पटना)
- बबलू कुमार, थाना-सोहसराय (नालंदा)
- प्रियांशु कुमार, थाना- आलमगंज (पटना)
- विक्की, थाना-रहुई (नालंदा)
- आदित्य कुमार अमन, शिवपुरी वार्ड नंबर-09 (अररिया)
- रौशन कुमार, थाना-बेलसर (वैशाली)
- कुणाल कुमार, नया बाजार पटेलनगर, (लखीसराय)
- रविरंजन कुमार, थाना- जनदाहा (वैशाली)
- विकास कुमार, जोलहनिया, थाना-पीपरा (सुपौल)
- सदीप कुमार, थाना-महनार (वैशाली)
- मो तैय्यब अंसारी, वैदेकुरी, थाना-चरपोखरी (भोजपुर)
- इजमामुल हक, चुरंबा वार्ड नंबर-19, थाना-बासुदेवपुर (मुंगेर)
- छोटू कुमार, थाना-रहुई, (नालंदा)
- रूपेश कुमार, थाना-चौथम (खगड़िया)
- धर्मेंद्र कुमार, (जहानाबाद)
- आकाश कुमार, भवानीपुर, थाना-सूर्यगढ़ा (लखीसराय)
- धीरज कुमार, बैंक मैंस कॉलोनी, थाना-हाजीपुर (वैशाली)
- अभिषेक कुमार, जुबई निजामत, (वैशाली)
- प्रिंस कुमार, बेनीपट्टी, थाना-गोरौल (वैशाली)
- रजनीश कुमार, थाना-सोहसराय (नालंदा)
- संजीत कुमार, सालिमपुर, थाना-बख्तियारपुर (पटना)